आखिर क्यों Axis Bank के 15 हजार कर्मचारियों ने छोड़ा बैंक का साथ

खबरें अभी तक। पिछले कुछ महीनों में Axis Bank के 15 हजार कर्मचारियों ने बैंक का साथ छोड़ दिया है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बात करें तो बैंक का मैनेजमेंट बदलने से कर्मचारियों को काम करने में काफी दिक्कतें आ रही थी. इसलिए मिड लेवल के एग्जीक्यूटिव ने बैंक की नौकरी छोड़ दी है. बैंक की ग्रोथ को बढ़ाने के लिए ब्रांच के ऑपरेशन में नया मैनेजमेंट बदलाव कर रहा हैं.

आपको बता दें कि शिखा शर्मा के एमडी और सीईओ का पद छोड़ने के बाद 1 जनवरी 2019 से एक्सिस बैंक (Axis Bank) ने अमिताभ चौधरी को नया सीईओ और एमडी नियुक्त किया है. उनका कार्यकाल तीन साल का है. अमिताभ चौधरी 2010 से एचडीएफसी स्टैंडर्ड लाइफ इंश्योरेंस के सीईओ और एमडी भी रहे हैं.

दरअसल बैंक के ऑपरेशंस में बड़ा बदलाव किया गया है. हालांकि, बैंक के एक कर्मचारी ने अखबार को बताया कि नए बदलावों के बाद कई लोगों को उनके रोल को लेकर चिंताएं थी. जिससे वह नए बदलाव में असहज महसूस कर रहे थे. एक्सिस बैंक ने मौजूदा वित्त वर्ष में कुल 28 हजार लोगों को नौकरी पर रखा है. साथ ही, जनवरी-मार्च तिमाही में बैंक ने 4 हजार कर्मचारियों को नौकरी देने की योजना बनाई है.

बैंक के एमडी सीईओ अमिताभ चौधरी का कहना है कि रेगुलेटरी मंजूरी के बाद इंश्योरेंस में कदम रखेंगे. Axis Bank इंश्योरेंस का बड़ा डिस्ट्रीब्यूटर है. इंश्योरेंस में ग्रोथ अच्छी है. रेगुलेटरी मंजूरी मिलने पर इंश्योरेंस में कदम रखेंगे. RBI ने रेगुलेटरी बदलाव किए हैं.

बैंकों को इंश्योरेंस में ज्यादा हिस्सेदारी की मंजूरी नहीं है. इसके लिए नई इंश्योरेंस कंपनी नहीं बनाएंगे बल्की किसी ट्रांजैक्शन की उम्मीद है. मौजूदा फ्रेमवर्क के तहत मौके ढूंढ रहे हैं. बैंक की अच्छी इंश्योरेंस कंपनी खरीदने पर नजर है.