मौसम के मिजाज को देखते हुए IGMC में अस्पताल प्रबंधन की तैयारियां पूरी

ख़बरें अभी तक। मौसम के मिजाज को देखते हुए शिमला के इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में किसी भी स्थिति से निपटने के लिए अस्पताल प्रबंधन की तैयारियां पूरी है। बर्फ बारी में फिसलन और अन्य दुर्घटनाओं का शिकार होने वाले लोगों के लिए अस्पताल प्रबंधन की तैयारियां पूरी है। अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक डॉ. जनक ने कहा खराब मौसम और बर्फबारी के बीच बिजली व्यवस्था ना होने का वैकल्पिक इंतजाम किया गया है।

लोगों को किसी तरह की मुश्किल नहीं आने दी जाएगी इसके लिए जनरेटर और उसके लिए तेल की भी समुचित व्यवस्था की जाएगी। ठंड लगने की वजह से कई तरह की मुश्किले हो सकती हैं छोटे बच्चों. वृद्धों. गर्भवती महिलाओं को ऐसे मौसम में खास एहतियात बरतने की सलाह दी गई है। शिमला के इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक डॉ. जनक ने कहा है कि अस्पताल में किसी भी तरह की मेडिकल इमरजेंसी के लिए अपनी तैयारियां पूरी कर ली है।

फिलहाल अभी ज्यादा संख्या में बर्फबारी में पेश आने वाली दिक्कतों के मरीज अस्पताल नहीं पहुंचे हैं लेकिन जिस तरह से मौसम साफ हुआ है और सड़कों और रास्तों पर फिसलन पड़ने लगी है उसे जरूर यह अंदेशा रहता है कि फिसलने दुर्घटनाग्रस्त होने से ज्यादा मामले आने की आशंका रहती है जिसके लिए मेडिकल इमरजेंसी टीम को अलर्ट पर रखा गया है।

वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक ने लोगों को सलाह दी है कि बर्फबारी में अपने आप को गरम रखने का इंतजाम रखें अंगेठी और कोयले के हीटर लगाने से बचें क्योंकि इससे कार्बन मोनोऑक्साइड निकलती है और जो इंसान के लिए घातक हो सकती है लेकिन बाहर निकलने की स्थिति में अपने आप को गर्म रखने का प्रयास करें ताकि किसी भी तरह की ठंड से होने वाली बीमारी या परेशानी से बचा जा सके।