कांग्रेस पर बरसे भाजपा प्रदेश प्रवक्ता रणधीर शर्मा

खबरें अभी तक। हिमाचल प्रदेश बीजेपी के प्रदेश मुख्य प्रवक्ता रणधीर शर्मा ने कांग्रेस के संविधान बचाओ अभियान को संविधान नहीं कांग्रेस बचाओ अभियान करार दिया है। रणधीर शर्मा ने कहा कि कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष भाजपा नेताओं पर झूठे आरोप लगा रहे हैं। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष का भाजपा पर यह आरोप की भाजपा नेताओं ने आजादी के समय देश के खिलाफ काम किया सरासर निराधार है। बीजेपी की स्थापना 1980 में हुई थी जबकि देश को आजादी 1947 में मिल गयी थी। आजादी हासिल करने में जनसंघ के लोगों की अहम भूमिका रही जिसे कांग्रेस पार्टी से प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने खुद कहा था।

हाल ही में देश की सरकार के सिटिज़न बिल और एनआरसी जैसे देश हित में लिए गए निर्णयों को जिस गलत भावना से कांग्रेस और दूसरी पार्टियां प्रचारित कर रही है, वो इनकी हताशा का परिणाम है। कानून के प्रावधानों के मुताबिक देश के किसी भी नागरिक की नागरिकता लेने का जिक्र ही नहीं है, बावजूद इसका दुष्प्रचार करने में कांग्रेस लगी हुई है।कांग्रेस का संविधान बचाने नही बल्कि कांग्रेस के अस्तित्व को बचाने की कवायद भर है।

लेकिन देश और प्रदेश की जनता इनसे कारनामो को जानती है कि कांग्रेस ने देश का कितना नुकसान किया है। भाजपा इनके षड्यंत्र को बेनकाब करेगी। जिसके लिए बीजेपी देश भर में जनजागरण अभियान शुरू कर रही है। हिमाचल प्रदेश में भी 1 से 15 जनवरी तक अभियान चलाया जाएगा जिसके अंतर्गत प्रदेश में 90 संगोष्ठी और 17 जिला मुख्यालयों में रैली का आयोजन होगा।

रणधीर शर्मा ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनावों में भाजपा का मत प्रतिशत 68.95 % रहा जो कि पहले से 15 फीसदी ज्यादा है जबकि कांग्रेस को केवल 27 प्रतिशत वोट मिले जो करीब 15 फीसदी कम रहा है भाजपा का जनाधार बढ़ा है, जबकि कांग्रेस का घटा है। भाजपा के मुख्य प्रवक्ता रणधीर शर्मा में कहा कि बढ़ते जनाधार और वोट को देखते हुए विपक्षी पार्टियां बौखलाहट में और अब देश के लोगों को विघटन की कोशिशों में जुट गई है।

कांग्रेस नेताओं में खुद को आगे ले जाने और बड़ा नेता साबित करने की जंग चली हुई है जिसके लिए कांग्रेस नेता अनाप शनाप बयानबाजी से भी गुरेज नही कर रही। प्रदेश सरकार ने दो सालों के अभूतपूर्व निर्णयों के ज़रिए कई सफलाओं को हासिल कर देश भर में नाम कमाया है। जबकि ग्लोबल इंवेस्टर्ज़ मीट में 93 हज़ार करोड़ के एमओयू और 13 हज़ार करोड़ के निवेश को रिकार्ड समय मे धरातल पर उतारने में सफलता हासिल की है।