क्रिसमस डे पर तैयार चंडीगढ़, सैंटा क्लॉज, क्रिसमस ट्री, केक और जिंगल बेल का गीत इस त्योहार की अनूठी पहचान

ख़बरें अभी तक। हर साल 25 दिसंबर को क्रिसमस का त्योहार मनाया जाता है। वहीं चंडीगढ़ शहर में ईसाई भाईचारे द्वारा यीशु मसीह के जन्म दिवस पर शहर की विभिन्न चर्च व प्रार्थना घरों में क्रिसमस का त्योहार धूम धाम से मनाया जा रहा है। हालांकि स्ट्रीट वेंडर्स को हटाए जाने के बात कैंडल बेचने वाले चर्च के बाहर नहीं बैठे है और ट्रैफिक की समस्या न उत्पन हो उसके लिए ट्रैफिक एडवाइजरी जारी की गयी है और जगह जगह पुलिसकर्मी तैनात है जो ट्रैफिक का ख्याल रख रहे है।

सैंटा क्लॉज, क्रिसमस ट्री, केक और जिंगल बेल का गीत इस त्योहार की अनूठी पहचान हैं। इस दिन चर्च में प्रार्थना सभाएं होती हैं। क्रिसमस डे से पहले 24 दिसंबर को लोग ईस्टर ईव मनाते हैं। ऐसा माना जाता है कि इस दिन ईसा मसीह का जन्म हुआ था। उन्हें ईश्वर का पुत्र कहा जाता है। जीसस इस धरती पर लोगों को जीवन की शिक्षा देने के लिए आए थे।

सेक्टर-19 स्तिथ चर्च भी क्रिसमस को लेकर सज चुकी है लोग पहुंच रहे है जो चर्च में प्रेयर कर रहे है और एक दूसरे को प्रभु यशु मसीह के जन्म पर बधाई दे रहे है। चर्च में एक्सहिबिशन भी लगाई गयी है जिसमें खास बात यह है कि 550 वें प्रकाशउत्सव को समर्पित गोल्डन टेम्पल दर्शाया गया है जो दर्शाता है कि सर्वधर्म एक है। सेक्टर 19 चर्च के बिशप ने कहा कि आज का दिन दर्शाता है कि भगवान प्यार है और वहीं उनकी दी गयी शिक्षाएं लोग अपनाये यही उन्होंने सीख दी है।

क्रिसमस के दिन सैंटा क्लॉज़ का बच्चे बड़ी बेसब्री से इंतजार करते हैं। दरअसल सैंटा क्लॉज क्रिसमस के दिन बच्चों के लिए कई सारे गिफ्ट लेकर आता है। सैंटा क्लॉज को एक देवदूत की तरह माना जाता है। यह भी कहा जाता है कि वह बच्चों के लिए चॉकलेट, गिफ्ट सभी चीजें स्वर्ग से लेकर आता है और वापस वहीं चला जाता है।

क्रिसमस का त्योहार क्रिसमस ट्री के बिना अधूरा है। ऐसा माना जाता है कि क्रिसमस ट्री इसलिए बनाया जाता है जिससे साल भर क्रिसमस ट्री की तरह आपके जीवन में भी जगमगाहट रहे। दिसंबर के पहले सप्ताह से ही क्रिसमस पेड़ को सजाना शुरू कर देते हैं। यह नये साल तक सजा रहता है। सेक्टर 19 चर्च के साथ ही माल्स भी खासकर सजाये गए है क्रिसमस के रंग में। वहीं ना केवल ईसाई धर्म एक लोग उत्साहित नज़र आए बल्कि अन्य धर्म के लोग भी शिद्दत से प्रार्थना करते दिखायी दिए। इस दौरान सभी ने आपसी भाईचारे का संदेश दिया।