डिप्टी सीएम बनने के बाद पहली बार भिवानी पहुंचे दुष्यंत चौटाला

खबरें अभी तक। डिप्टी सीएम बनने के बाद पहली बार भिवानी पहुंचे दुष्यंत चौटाला ने सीएए का समर्थन किया और कहा कि इससे हिन्दूस्तान के किसी व्यक्ति की नागरिकता नहीं छिनेगी। केवल कुछ लोग देश की व्यवस्था बिगाङ़ने के लिए इसका विरोध कर रहे हैं। साथ ही उन्होंने राईस मीलों की वेरिफेकशन के बारे में स्पष्ट किया और कहा कि अब तीसरी नहीं केवल प्रामरी वेरिफिकेशन हुई है। उन्होंने कहा कि ये स्टोक सरकार का है और जांच स्टोक जांचने के लिए मिलर्स को सूचना देकर लॉटरी सिस्टम से होगी। दुष्यंत ने कहा कि गठबंधन सरकार के 50 दिन बेहतरीन रहे हैं और आगे इससे भी बेहतर तरीके से जनहित की योजना बनाकर सरकार चलेगी।

दुष्यंत चौटाला सुबह देवीलाल सदन पहुंचे। यहां उन्होंने कार्यक्ताओं की बैठक ली और सभी कार्यक्ताओं का हालाचाल जान कर उनकी समस्याएं सुनी। डिप्टी सीएम बनने के बाद पहली बार भिवानी पहुंचने पर दुष्यंत चौटाला का गर्मजोशी के साथ स्वागत किया गया। दुष्यंत से मिलने के लिए कार्यक्ताओं में होङ लगी रही। बावजूद इसके दुष्यंत चौटाला ने एक-एक कार्यक्रता की बात ध्यान से सुनी।

इस दौरान मीडिया से रूबरू हुए दुष्यंत चौटाला ने कहा कि हमारी पार्टी ने संगठन की मजबूती के लिए सदस्यता अभियान चलाया हुआ है। जिसकी शुरुआत दिग्विजय चौटाला और निशान सिंह ने की है। उन्होंने कहा कि हमारा टारगेट प्रदेश के हर घर तक पहुंच कर लोगों को पार्टी से जोङना व संगठन को मजबूत करना है। उन्होने कुछ दिन पहले हुई ओलावृष्टि को लेकर कहा कि इसको लेकर स्पेशल गिरदावरी करवाई जा रही है और पीङित किसानों को उचित मुआवजा दिया जाएगा। दुष्यंत चौटाला ने कहा कि गंठबंधन सरकार के 50 दिन बहुत ही बेहतर रहे हैं और आगे चलकर इससे भी बेहतर तरीके से जनता के लिए योजनाएं बनाकर सरकार चलाई जाएगी।

वहीं राईस मीलों की वेरिफिकेशन को उठ रहे सवालों को लेकर दुष्यंत चौटाला ने स्पष्ट किया कि ये तिसरी वेरिफिकेशन नहीं है। अभी तक केवल प्राइमरी वेरिफिकेशन हुई है। उन्होने कहा कि स्टोक पिछली बार से ज्यादा होने के चलते सेलर एसोसिएशन से बात करके दूसरी 3 जिलों के स्टोक की जांच मीलर्स को सूचित करके लॉटरी सिस्टम से की जाएगी। दुष्यंत ने कहा कि ये स्टोक सरकारी है और जांच किसी तरीके से गलत नहीं होगी। वहीं उन्होने सीएए का समर्थन करते हुए कहा कि इससे हिन्दूस्तान के किसी भी नागरिक की नागरिकता नहीं छिन्नी जाएगी। केवल कुछ लोग देश की व्यवस्था बिगाङने कि लिए इसका विरोध कर रहे हैं। उन्होने कहा कि लोग इस बिल को पढे और समझें। उसके बाद शांतिपूर्वक तरिके से अपनी बात रखें।