एक माह से बंद हैं भट्ठे, छह हजार पर पहुंचा ईंटों का भाव

खबरें अभी तक। जींद भट्ठा एसोसिएशन की मीटिंग प्रधान प्रवीन ढिल्लों की अध्यक्षता में शहर के एक निजी होटल में हुई। भट्ठा संचालकों ने बताया कि 18 नवंबर से जिले के सभी भट्ठे बंद हैं और ये रोक एनजीटी (नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल) ने 18 दिसंबर तक के लिए लगाई थी। बुधवार को ये रोक हटने की उम्मीद थी। लेकिन रोक नहीं हटाई गई और अब इस पर एनजीटी 30 जनवरी को सुनवाई करेगी। एक महीने से भट्ठे बंद होने से ईंटों के भाव 4800 रुपये से छह हजार रुपये पर पहुंच गए हैं। जिससे आने वाले दिनों में भाव और बढ़ सकते हैं।

प्रत्येक भट्ठे पर 300 से 400 मजदूर काम करते हैं। एक महीने से वे खाली बैठे हैं। जिले में कुल भट्ठे 154 हैं। 80 प्रतिशत भट्ठों पर ईंटें नहीं हैं। जल्द ही भट्ठा संचालक डीसी के माध्यम से सीएम के नाम ज्ञापन सौपेंगे और एनजीटी से भी फैसले पर पुनर्विचार करने की गुहार लगाई जाएगी।