सैनिक स्कूल को प्रदेश सरकार से बजट न मिलने पर कांग्रेस ने जताई चिंता

खबरें अभी तक। हिमाचल के एकमात्र सैनिक स्कूल को प्रदेश सरकार से बजट न मिलने पर जिला कांग्रेस कमेटी मंडी के पूर्व अध्यक्ष दीपक शर्मा ने चिंता जाहिर की है। दीपक शर्मा ने कहा कि प्रदेश सरकार की उदासीनता के चलते सैनिक स्कूल में पढ़ाई करने वाले लगभग 525 बच्चों के अभिवावकों में सरकार के रवैये को लेकर गहरा रोष है।

दीपक शर्मा ने कहा कि वर्तमान केंद्र सरकार ने ये ऐलान किया था कि स्कूल में इस बार लड़कियों को भी प्रवेश दिया जाएगा परंतु लड़कियों को प्रवेश देना तो दूर है। वर्तमान में प्रदेश सरकार की उदासीनता के चलते सैनिक स्कूल में शिक्षा ग्रहण कर रहे बच्चे दयनीय स्थिति में रह रहे हैं। मेंटेनेन्स न होने के कारण भवन जर्जर स्थिति में पहुंच चुका है। बरसात में कई जगहों से पानी टपकता है।

दीपक शर्मा ने कहा कि सरकार कई कार्यक्रमों में अनावश्यक धन खर्च कर रही है। जबकि शिक्षा का मंदिर उपेक्षा का शिकार हो रहा है। दीपक शर्मा ने कहा कि प्रदेश सरकार को इसका संज्ञान लेना चाहिए और शीघ्र ही ग्रांट जारी करनी चाहिए। ताकि वहां पढ़ रहे बच्चों व उनके अभिवावकों में असुरक्षा की भावना ना पनप सके।

बता दें कि भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय के अधीन सुजानपुर में चल रहे सैनिक स्कूल की स्थापना का उदेश्य मजबूत चरित्र वाले अच्छे विद्यार्थियों का निर्माण करना है और कैडेटों को ढालना, अधिकारियों के रूप में भारतीय रक्षा बलों में शामिल होकर देश की सुरक्षा और संप्रभुता सुनिश्चित करना है। इस स्कूल ने देश को कई प्रतिभावान अफसर दिए हैं।