चार वर्षों की कड़ी मेहनत और लगातार प्रयास के बाद सोलन की बेटी शीतल गुप्ता बनी जज

ख़बरें अभी तक। सोलन की बेटी शीतल गुप्ता ने साबित कर दिया है कि बेटियों को अगर परिवार का साथ मिले तो वह कड़ी मेहनत से वह हर लक्ष्य को पा सकती हैं जो वह ठान लेती हैं। शीतल गुप्ता ने भी जो चाहा वह कर के दिखा दिया और आज वह जज बन चुकी है जिसकी वजह से आज उनका परिवार बेहद खुश है। शीतल के पिता दवेंद्र गुप्ता सेवा निवृत अधिकारी है और गायत्री परिवार के सक्रीय सदस्य है। उनकी माता शिवानी गुप्ता गृहणी है।

शीतल गुप्ता ने प्लस टू की शिक्षा सेंट ल्यूक्स स्कूल सोलन से की है। आप को जानकर हैरानी होगी कि शीतल गुप्ता ने प्लस टू तक पहले नॉन मेडिकल की शिक्षा ग्रहण की। प्लस टू तक वह अपना लक्ष्य तय कर चुकी थी कि उन्होंने जज बनना है जिसके लिए उन्होंने पंजाब यूनिवर्सिटी से नॉन मेडिकल छोड़ कर फिर बीएएलएलबी की शिक्षा ग्रहण की। 2015 में शीतल ने एलएलबी की डिग्री ली और लक्ष्य पाने के लिए दिन रात मेहनत की।

तीन वर्षों तक उन्होंने कई परीक्षाएं दी लेकिन उनमे ज्यादा सफलता हाथ नहीं लगी लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी। माता पिता ने भी बेटी का हौंसला टूटने नहीं दिया और हमेशा शीतल को लक्ष्य से भटकने नहीं दिया यही वजह रही की चौथे वर्ष में शीतल ने दिल्ली हरियाणा राज्यस्थान और हिमाचल में जज की प्राथमिक परीक्षा पास कर ली लेकिन शीतल हिमाचल में ही अपनी सेवाएं देना चाहती थी इसलिए उन्होंने हिमाचल में ही मुख्य परीक्षा देने का मन बनाया और अपने लक्ष्य को हासिल भी किया।

शीतल गुप्ता के पिता दवेंद्र गुप्ता ने इस मौके पर ख़ुशी जाहिर करते हुए कहा कि वह आज बेहद खुश है कि उनकी बेटी ने अपना लक्ष्य हासिल कर लिया है। उन्होंने बताया कि हिमाचल में दस में से नों पदों पर बेटियों ने ही बाजी मारी है जिस से यह साबित होता है कि बेटियों को अगर मौका दिया जाए तो वह प्रदेश और देश का नाम रौशन करने का कोई भी मौका नहीं चूकती।

उन्होंने युवाओं को सीख देते हुए कहा कि आप का जो भी लक्ष्य है उसे तभी हासिल किया जा सकता है अगर आप अपने लक्ष्य को बिना हताश हुए पाने का प्रयास करते रहते है। उन्होंने बताया कि उनकी बेटी पिछले चार वर्षों से जज बनने के लिए प्रयास कर रही थी लेकिन वह कभी भी हताश नहीं हुई और यही वजह है कि आज सफलता उनकी मुठ्ठी में हैं।