चंडीगढ़ शहरवासी अब विदेशी प्याज का लगाएंगे तड़का

खबरें अभी तक। अफगानिस्तान से मंगवाए गए प्याज की खासियत यह है कि यह काफी सख्त और सूखा हुआ होता है। यही वजह है कि यह ज्यादा दिनों तक खराब नहीं पड़ता। इसके अलावा प्याज की जमाखोरी करने की शिकायत पर शनिवार को सेक्टर-26 की ग्रेन मार्केट में छापे मारे गए और रिकॉर्ड का मिलान किया गया। यह स्टॉक लिमिट की जांच अगले पांच दिन तक ऐसे ही जारी रहेगी।

उधर, बढ़ी कीमतों के बाद नो प्रॉफिट-नो लॉस पर प्याज बेचने के लिए चंडीगढ़ प्रशासन को सस्ते प्याज नहीं मिल पा रहे हैं। इसके लिए प्रशासन ने नेशनल एग्रीकल्चरल कोऑपरेटिव मार्केटिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया से गुहार लगाई है। केंद्र सरकार ने तुर्की से प्याज आयात किया है, जिसमें से चंडीगढ़ को भी भेजा जा सकता है।

शनिवार को 100-120 रुपये किलो बिका प्याज

बीते दो माह से प्याज की कीमतों में लगातार उछाल देखने को मिल रहा है। आलम यह है कि अब प्याज की कीमतें आम आदमी की पहुंच से दूर हो गई हैं। चंडीगढ़ में होलसेल में प्याज 50 से 90 रुपये प्रति किलो क्वालिटी के हिसाब से बिक रहा है। महाराष्ट्र के नासिक से आने वाला बढ़िया प्याज मंडी में 90 रुपये प्रति किलो थोक में बिक रहा है। खुले बाजार की बात की जाए तो छोटी दुकान और रेहड़ियों पर यह प्याज 100-120 रुपये प्रति किलो बिक रहा है।