हरियाणा सरकार ने बदले 6 गांवों के खंड, जानिए कौन से वो गांव है

हरियाणा सरकार ने जिला रेवाड़ी की ग्राम पंचायत बालावास को खण्ड जाटूसाना से खण्ड रेवाड़ी में, सिरसा की ग्राम पंचायत धिंगतानिया को खण्ड नाथूसरी चौपटा से खण्ड सिरसा में,महेन्द्रगढ़ की ग्राम पंचायत सुरजावास, खेड़ा व मेघनवास को खण्ड कनीना से खण्ड महेन्द्रगढ़ में और झज्जर की ग्राम पंचायत दादरी तोए को खण्ड झज्जर से खण्ड बादली में शामिल करने का निर्णय लिया है।

मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने इस आशय के विकास एवं पंचायत विभाग के एक प्रस्ताव को स्वीकृति प्रदान कर दी है।

उन्होंने बताया कि उपायुक्त, महेन्द्रगढ़ स्थित नारनौल ने ग्राम पंचायत बालावास द्वारा खण्ड विकास एवं पंचायत अधिकारी, जाटूसाना के माध्यम से भेजे गए प्रस्ताव का उल्लेख  करते हुए कहा है कि यह ग्राम पंचायत जाटूसाना खण्ड में है परन्तु इसका विधानसभा क्षेत्र रेवाड़ी तथा संसदीय क्षेत्र गुरुग्राम है। इससे गांव के विकास कार्यों में परेशानी होती है। इसलिए रेवाड़ी के नजदीक होने के चलते इसे खण्ड जाटूसाना से हटाकर खण्ड रेवाड़ी में शामिल कर दिया जाए।

उन्होंने बताया कि जिला सिरसा की ग्राम पंचायत  धिंगतानिया ने अपने प्रस्ताव में कहा है कि  यह ग्राम पंचायत नाथूसरी चौपटा से 15 किलोमीटर दूर है जबकि सिरसा से यह 7 किलोमीटर की दूरी पर है। इसका खण्ड कार्यालय तथा खण्ड शिक्षा अधिकारी  कार्यालय भी नाथूसरी चौपटा है।  यह गांव से 15 किलोमीटर की दूरी पर है जिससे  ग्रामवासियों को  अपने कार्य के लिए आने-जाने में दिक्कत होती है। ग्राम पंचायत ने खण्ड कार्यालय तथा खण्ड शिक्षा अधिकारी कार्यालय, दोनों को सिरसा बनाने की मांग करते हुए कहा है कि  उनका विधान सभा क्षेत्र तथा तहसील कार्यालय भी सिरसा है।

प्रवक्ता ने बताया कि जिला महेन्द्रगढ़ (नारनौल) के सुरजनवास, खेड़ा और मेघनवास की ग्राम पंचायतों ने  उन्हें गाम पंचायत खण्ड कनीना से निकालकर खण्ड महेन्द्रगढ़ में जोडऩे की मांग करते हुए कहा है ये ग्राम पंचायतें महेन्द्रगढ़ विधान सभा क्षेत्र के अधीन आती हैं जबकि कनीना खण्ड अटेली विधान सभा क्षेत्र में पड़ता है।

इन तीनों गांवों का ब्लॉक कनीना लगता है जो इन तीनों गावों से लगभग 21 किलोमीटर की दूरी पर है। महेन्द्रगढ़ खण्ड इन तीनों गांवों से लगभग 2 किलोमीटर की दूरी पर है। इसके अलावा, इन तीनों गांवों के थाना, तहसील व सरकारी कार्यालय महेन्द्रगढ़ उप-मण्डल के अधीन है। लोगों को अपने कार्यों के लिए कनीना खण्ड आने-जाने में परेशानी होती है। इससे धन व समय दोनों की बर्बादी होती है।

उन्होंने बताया कि जिला झज्जर की ग्राम पंचायत दादरी तोए ने भी खण्ड विकास एवं पंचायत अधिकारी, झज्जर के माध्यम से भेजे एक प्रस्ताव में कहा है कि उनकी ग्राम पंचायत तहसील बादली में पड़ती है, जबकि इसका खण्ड झज्जर है। इसलिए, इसे खण्ड झज्जर से निकालकर खण्ड बादली में शामिल किया जाए