पाकिस्तानी बॉयफ्रेंड से मिलने जा रही हरियाणा की युवती करतारपुर में पकड़ी गई

ख़बरें अभी तक। प्यार अंधा होता है ये तो सभी को पता ही है। आपने अभी तक प्यार के बहुत सारे किस्से भी सुने होंगे। कोई प्यार के लिए जान दे देता है कोई प्यार के लिए घर छोड़ देता है। वहीं आज हम आपको एक ऐसा किस्सा बताएंगे जहां एक युवती ने प्यार के लिए घर के साथ देश छोड़ने का सोच लिया वो घर से तो भाग गई लेकिन देश से भागने के बाद करतारपुर में पकड़ी गई।

हम बात कर रहें है 20 साल की एक सिख लड़की की, पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक लड़की हरियाणा के कैथल जिले की रहने वाली है। जिसको पाकिस्तान में रहने वाले एक लड़के से प्यार हो गया और उसने पाकिस्तान जाने की ठान ली। युवती पाकिस्तानी फेसबुक फ्रेंड से मिलने सिख श्रद्धालु के रूप में करतारपुर गलियारे के रास्ते पाकिस्तान में दाखिल हुई।

जब वो करतारपुर गुरुद्वारे पहुंची, तो वहां फैसलाबाद (पाकिस्तानी शहर) का वो युवक अपने एक दोस्त और एक पाकिस्तानी लड़की के साथ मौजूद था। चारों गुरुद्वारे की पहली मंजिल पर मिले। उनसे बातचीत के बाद सिख लड़की ने करतारपुर कॉरिडोर से वापस भारत जाने के बजाय पाकिस्तान में बिना वीजा घुसने की योजना बनाई।

सूत्रों का दावा है कि इस पर पाकिस्तानी लड़की ने अपना विजिटर कार्ड कैथल की रहने वाली लड़की को दे दिया इसके बाद उसने अपना यात्रा कार्ड कूड़ेदान में डाल दिया, ताकि किसी को पता न चले कि वो भारत से आई श्रद्धालु है। इससे पहले कि वो करतारपुर गुरुद्वारे के इलाके से निकलकर पाकिस्तान के अंदर प्रवेश करती, पाकिस्तानी अधिकारियों को चारों पर संदेह हुआ जिसके बाद उन्होंने सबको रोक लिया और पूछताछ की जिससे पूरे मामले का खुलासा हुआ।

यह घटना नवंबर के आखिरी हफ्ते की है, लेकिन इसका खुलासा मंगलवार को हुआ। दरअसल यह लड़की जिस दिन करतारपुर गलियारे के रास्ते पाकिस्तान गई थी उस दिन उस नाम की छह महिलाएं दर्शन के लिए वहां गई थीं। लेकिन सभी उसी दिन शाम को वापस भारत लौट आईं थी। चौकस पाकिस्तानी रेंजर्स ने लगभग 20 साल की इस सिख लड़की को करतारपुर में पकड़ कर भारत को सौंप दिया।

जांच में पता चला है कि ये लड़की अपने बॉयफ्रेंड और उसके तीन दोस्तों की मदद से नकली आईडी पर कॉरिडोर से बाहर निकलने लगे, तो वहां मौजूद पाकिस्तानी रेंजर्स ने इन्हें गिरफ्तार कर लिया। बाद में पूछताछ के बाद लड़की को वापस भेज दिया और चार लोगों को हिरासत में ले लिया गया और लड़की उसी दिन अपने घर वापस लौट गई थी।