इस यूनिवर्सिटी में करवाया जाता है इमोजी के इस्तेमाल को लेकर प्रोफेशनल कोर्स

खबरें अभी तक। आजकल हम अपने इमोशन्स को शो कराने के लिए सबसे ज्यादा इमोजी का इस्तेमाल करते है। इसी के चलते आज हम अपने पाठकों के लिए लेकर आए है बेहद ही खास खबर, एक्सपर्टस की मानें तो इमोजी अब भविष्य की भाषा बनती नजर आ रही है।

लोग अब शब्दों का यूज कम कर रहे हैं और इमोजी के माध्यम से इमोशंस ज्यादा शो करा रहे हैं। बड़े ही नही बल्कि  बच्चों के बीच भी इसका दुष्प्रभाव भी देखा जा रहा है। इमोजी के इस्तेमाल के कारण उनकी भाषाई पकड़ और व्याकरण कमजोर होती जा रही है। इमोजी का खुमार लोगों पर कुछ इस कदर चढ़ा है कि ब्रिटेन के विवि में अब स्टूडेंट्स कोर्स इमोजी के बारे में भी पढ़ाएंगे। किंग्स कॉलेज, एडिनबर्ग व कार्डिफ समेत सभी विवि के भाषा, मार्केटिंग, मनोविज्ञान और राजनीति के कोर्स में इसे शामिल किया गया है।

वाकई ये बेहद कमाल की बात है 1990 में शुरू हुई ये इमोजी भाषा आज अलग ही मुकाम पर है। सबसे पहले यह एपल के आईफोन से भेजा गया था। एपल ने इसे अपने की-बोर्ड में जगह दी थी। जो कि वाकई बहुत प्रोग्रेसिव रही। आज हर वर्ग के लोग सोशल मीडिया पर सबसे अधिक इमोजी का ही इस्तेमाल करते है। एक सिंगल इमोजी जिस तरह हमारी भावनाओं को व्यक्त करने में मदद करता है, वह बेहद ही कमाल की बात है। जिससे आज लोगों को खुद की भावनाओं के लिए कोई लंबा चिट्टा नही लिखना पड़ता बल्कि सिर्फ एक इमोजी आपके हाल को बयां करने में आपकी मदद करता है।

आपको बता दें कि 03 हजार 178 इमोजी इस समय प्रचलित हैं, जिनका इस्तेमाल इस समय दुनिया में किया जा रहा है। 10 साल पहले यह चिंता सबसे पहले जताई गई थी कि इमोजी भाषा को बर्बाद कर रही है, लेकिन इसका विकास क्रम देखें कि 10 वर्ष पूर्व सिर्फ 625 इमोजी प्रचलन में थी और अब तीन हजार से ज्यादा। इमोजी का भारत के यूजर्स सबसे ज्यादा प्रयोग करते हैं। सर्वे के अनुसार खुशी के आंसू, आंखों में दिल के साथ मुस्कुराता चेहरा, नमस्कार, खुशी और दिल के इमोजी शामिल हैं। 2015 में ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी ने इमोजी को वर्ड ऑफ द ईयर घोषित किया था।