अब फल व दूध से होगा आंगनवाड़ी के बच्चों का पोषण

ख़बरें अभी तक: अब आंगनवाडी में आने वाले नन्हें बच्चों को रोजाना फल व दूध भी दिया जाएगा। बच्चों का पूर्ण पोषण हो सके व उनके मानसिक व शारीरिक विकास को गति मिल सके इसके लिए महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा कॉरपोरेट सामाजिक दायित्व के माध्यम से एक साल तक इस योजना को चलाने का निर्णय लिया गया है। इस योजना के तहत समाजसेवी व्यक्ति, संस्थाएं तथा समृद्ध परिवार अपनी सहभागिता दर्ज करते हुए अपनी सुविधानुसार जिला की कुछ आंगनवाडियों को गोद लेंगे। जहां वे बच्चों को रोजाना मौसमी फल व दूध बांटेंगे। इसी क्रम में आज शुक्रवार को आखाड़ा बाजार स्थित व्यासा मोड़ आंगनवाडी केंद्र से इस कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। जिला कार्यक्रम अधिकारी वीरेंद्र आर्य की उपस्थिति में कारसेवा दल ने उक्त आंगनवाडी को गोद लिया। इस दौरान कारसेवा दल के अध्यक्ष मनदीप सिंह, सदस्य जसवीर सिंह चावला, अमित शर्मा व नरेंद्र शर्मा ने आंगनवाडी में मौजूद करीब 20 बच्चों को फल, दूध व चॉकलेट बांटी।

जिसे बच्चों ने बड़ी खुशी से खाया। वहीं इस दौरान डी.पी.ओ. वीरेंद्र सिंह आर्य ने इस पुनीत कार्य में अपना योगदान देने वाली कारसेवा संस्था के अध्यक्ष मनदीप सिंह व समस्त सदस्यों का टोपी व मफलर पहनाकर स्वागत किया। वहीं नमन बेकरी की ओर से भी आज पारला भुंतर स्थित एक आंगनवाड़ी को गोद लिया गया तथा बच्चों को फल व दूध बांटा गया। गौरतलब है कि यूं तो प्रत्येक आंगनवाडी में रोजाना बच्चों को खिचड़ी, दलिया व अन्य खाद्य सामग्री खाने को दी जाती है। लेकिन अब रोजाना मिलने वाले फल व दूध बच्चों के विकास में महत्वपूर्ण योगदान देंगे। जानकारी देते हुए डी.पी.ओ. कुल्लू वीरेंद्र सिंह आर्य ने बताया कि महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा प्रत्येक सब डिवीजन में कम से कम 20 आंगनवाडियों को ऑडोप्ट करवाने के दिशा-निर्देश दिए गए हैं लेकिन हमारा लक्ष्य इस आंकड़े को काफी अधिक पार कर देगा। उन्होंने कहा कि इस योजना के क्रियान्वयन में सहभागिता देने के लिए शहर के कई समाजसेवी लोग आगे आ रहे हैं। जिनका विभाग तहेदिल से धन्यवाद करता है। इस दौरान सी.डी.पी.ओ. कुल्लू शिव सिंह सहित सभी पर्यावेक्षक उपस्थित रहे।