आकाशीय बिजली गिरने से दो लोगों की मौत, दो की हालत नाजुक

खबरें अभी तक। बेमौसम बरसात के साथ कड़कड़ाती आसमानी बिजली नूंह जिले के दो किसानों की जान पर भारी पड़ गई तो दो की आकाशीय बिजली की चपेट में आने से जान बच गई। दोनों घायलों का इलाज शहीद राजकीय हसन खान मेवाती मेडिकल कालेज के नल्हड में इलाज चल रहा है। दोनों की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है। घटना दो अलग – अलग गांव में लगभग सुबह 9 बजे की बताई जा रही हैं। दो किसानों की मौत और दो के घायल होने से गांव में सन्नाटा पसरा है।

बताया जा रहा है की गुरुवार को सुबह 9 बजे तेज हवा के बाद आसमानी बिजली कड़कने लगी और बूंदाबांदी शुरू हो गई। किसान रोजाना की तरह अपने खेतों की सिंचाई इत्यादि के लिए सुबह ही घर से सरसों के खेत में सिंचाई करने के लिए निकल पड़ें।  आस मोहमद टयूबवैल चलाकर जैसे ही खेत की तरफ आगे बढ़ा तो मौसम का मिजाज अचानक बदल गया। उसी दौरान आसमान से कड़कड़ाती बिजली उसके उपर गिर गई। आस मोहमद किसान के बिजली करंट से सर , दाढ़ी के बाल , एक तरफ का कान , चेहरा ही नहीं बल्कि लुंगी तक में आग लग गई।

पड़ोस के खेतों में काम कर रही महिला और उसके दो बच्चों ने भी करंट महसूस किया , लेकिन गनीमत रही की उन्हें कोई नुकसान नहीं हुआ। पड़ोस के खेतों से आकर अन्य किसानों ने आस मोहमद नाम के किसान को आकर देखा तो वह दुनिया को हमेशा के लिए अलविदा कह चुका था। जैसे ही घटना  इमामनगर गांव में चली तो आसपास के गांव के लोग भी वहां जुटना शुरू हो गए। दूसरी घटना ख्वाजलीकलां गांव की है। तीन मजदूर गांव ख्वाजलीकलां गांव में टयूबवैल गड्ढे की खुदाई कर रहे थे। मौसम का मिजाज बदलता देख तीनों किसान पेड़ के नीचे बैठ गए। उसी दौरान कड़कड़ाती आसमानी बिजली उन पर गिर गई।

बिजली के करंट का दर्द सलीम पुत्र इब्राहिम बर्दाश्त नहीं कर सका और उसने दम तोड़ दिया। उसके दो साथी मौसम पुत्र अय्यूब , वकील पुत्र हनीफ निवासियान ख्वाजलीकलां को आकाशीय बिजली के करंट ने निढाल कर दिया। वकील , मौसम को नल्हड मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया। वकील का एक तरफ का चेहरे का हिस्सा झुलस गया। डॉक्टर ने दोनों घायलों को खतरे से बाहर बताया है। नल्हड मेडिकल कालेज में हादसे की खबर के बाद परिजनों और रिश्तेदारों का तांता लगा हुआ है। गुरुवार को राहत की बारिश दो किसान परिवारों के लिए पूरी तरह आफत बनकर आई। जिस घर में खुशियां थी , उसमें कुदरत के कहर से चंद मिनट बाद मातम पसर गया।