बेटी के जन्म पर परिवार ने कुआं पूजन कर मिसाल की पेश

खबरें अभी तक। जिस देश में नारी को मां दुर्गा और बेटी को देवी का दर्जा दिया जाता है उसी देश में अक्सर बेटी के जन्म से ज्यादा खुशियां बेटे के जन्म होने पर मनाई जाती हैं. लेकिन हरियाणा के सोहना में एक परिवार ऐसा है जिसने बेटी का जन्म होने पर एक नई मिसाल पेश की है.

अक्सर आपने देखा होगा कि लोग बेटों का कुंआ पूजन करते हैं लेकिन इस बार सोहना के भोंडसी में बेटी होने की खुशी में भी बेटे का जन्म होने जैसी खुशियां मनाई गई. यहां पर ये शुरूआत भोंडसी की सरपंच दुर्गी देवी ने की है. उनका कहना है कि वो बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओं अभियान को बढावा देने के लिए ये कदम उठा रही हैं. उनका कहना है कि आज के दौर में बेटी किसी बेटे से कम नहीं है इसलिए वो अपनी पौत्री के जन्म के मौके पर कन्या पूजन कर इस परम्परा को शुरू कर रही हैं.

एक महिला सरपंच होते हुए बेटी का कुआं पूजन करके दुर्गा देवी ने समाज के आगे एक नई मिसाल पेश की है. साथ ही आसपास के लोगों को भी इस कार्य के लिए प्रेरित किया है. इस मौके पर ये परिवार समाज को एक मैसेज देता हुआ नजर आ रहा है कि बेटा बेटी एक समान. जिस बेटी का कन्या पूजन यहां हो रहा है उसका नाम गीत है, जिसको पूरा परिवार बेहद लाड़ चाव के साथ रखता है. बेटी के जन्म पर उनके दादा, दादी, और पिता ने अपनी खुशी जाहिर की है और बताया है कि वो बेटी को पाकर धन्य हो गए हैं. क्योंकि एक बेटी के बिना जीवन बिल्कुल अधूरा सा है.

वाकई अगर समाज के हर तबके में कोई एक महिला भी इस तरह की सार्थक पहल करती हैं तो इससे समाज में काफी अच्छे परिणाम सामने आ सकते हैं और समाज में फैली तमाम कुरीतियों को खत्म किया जा सकता है.