रत्नावली के अंतिम दिन ऑडिटोरियम में हरियाणवी प्रतिभागियों ने दर्शकों को झूमने पर किया मजबूर

खबरें अभी तक। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में आयोजित रत्नावली के अंतिम दिन ऑडिटोरियम में हुए हरियाणवी,रसिया, देश भक्ति गीतों पर ग्रुप डांस में प्रतिभागियों ने अपनी प्रतिभा से दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया। इस विधा के माध्यम से प्रतिभागियों ने हरियाणवी संस्कृति का परिचय देते हुए अपनी कला का प्रदर्शन किया 4 दिन तक चलने वाली युवा एवं सास्कृतिक कार्यक्रम विभाग कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय द्वारा रत्नावली हरियाणा दिवस राज्य स्तरीय समारोह में हरियाणवी सांस्कृतिक धरोहर को रत्नावली के माध्यम से सहेजे हुए है।

प्रदेश की पुरातन लोक विधाओं को नई पीढ़ी के सामने रत्नावली के मंच से पर्दर्शित करके लोक गीतों लोक संगीत का प्रसार प्रचार कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय पिछले कई सालों से निरंतर कर रहा है। 30विधाओं में 2000 से अधिक कलाकारों ने 6 मंचों पर अपनी प्रस्तुतियां दी रत्नावली महोत्सव हरियाणा की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत की पहचान है। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय पिछले 34 वर्षो से इस महोत्सव का आयोजन राज्य स्तरीय कार्यक्रम के रूप में करता रहा है गांव की अवधारणा रत्नावली के माध्यम से दुनिया के कोने-कोने में पहुंचे उस दिशा में भी प्रयास किए गए।