पराली जलाने के मामले को लेकर यमुनानगर प्रशासन पूरी तरह गम्भीर

खबरें अभी तक। जहां राजधानी दिल्ली और प्रदेश के सभी जिले स्मोग से प्रभावित हो रहे हैं वहीं पराली ना जले इसको लेकर यमुनानगर प्रशासन पूरे तरीके से गंभीर नजर आ रहा है। यमुनानगर के डीसी मुकुल कुमार ने कृषि विभाग और प्रदूषण विभाग के अधिकारियों के साथ एक अहम बैठक की जिसमें उन्होंने अधिकारियों को पराली बिल्कुल ना जले इसके लिए दिशा निर्देश दिए । डीसी मुकुल कुमार ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि हम इस बात को लेकर पूर्ण रूप से गंभीर हैं और हमारे अधिकारियों द्वारा समय-समय पर कार्रवाई की जा रही है।

पिछले 1 सप्ताह के अंदर पराली जलाने के मामले में 7 एफ आई आर दर्ज की गई । साथ ही 25 चालान किए गए और ₹25000 का जुर्माना वसूला गया है।  उन्होंने यह भी बताया कि एक टोल फ्री नंबर 18001802117 भी कृषि विभाग द्वारा जारी किया गया है जिस पर कोई भी व्यक्ति कहीं अगर पराली चल रही हो तो उसकी सूचना दे सकता है , सूचना पर तुरंत टीम वहां पहुंची और उस आग को बुझाया जाएगा। और जो किसान अपनी पराली में आग लगाएगा आग बुझाने का खर्च भी उसी किसान से लिया जाएगा।

साथ ही उन्होंने कहा कि सभी गांव के अंदर किसानों को जागरूक करने के लिए हर ग्राम सभा के अंदर एक जागरूकता कार्यक्रम किया जा रहा है ।जिसमें किसानों को पंपलेट और जा रही है और इसमें पूरा ब्यौरा दिया गया है कि पराली जलाने से क्या नुकसान होते हैं ।अब देखना होगा कि प्रशासन द्वारा किए जा रहे यह प्रयास कितने सही साबित होंगे और पराली न जले और कब तक इस पर पूर्ण प्रतिबंध कब तक लगेगा।