जुलाना में विश्वकर्मा दिवस जिला भर में धूमधाम के साथ मनाया गया

ख़बरें अभी तक। विश्वकर्मा दिवस के उपलक्ष्य मेजुलाना में धुमधाम व अपार श्रद्धा के साथ मनाया गया अनेक मंदिरों व व्यापारिक प्रतिष्ठानों में विशाल भंडारे का आयोजन किया गया। जहां अपार जनसमुह ने सद्भाव के साथ प्रसाद ग्रहण किया। जिला भर में आज के दिन कामगारों ने सुबह ही अपने आजौरों को साफ कर पूजा अर्चना शुरू कर दी थी।

विश्वकर्मा को कामगार मानते है सृष्टि का प्रथम शिल्पकार

और बाद में एकत्रित होकर हवन इत्यादी कर भंडारे का आयोजन किया जिसके बारे में प्रबुद्ध लोगों के अनुसार यह बताया गया कि विश्वकर्मा को कामगार लोग भगवान के रूप में पूजते है और विश्वकर्मा को सृष्टि का प्रथम शिल्पकार मानते है। जिसने सर्वप्रथम आजौरों की रचना की।

लोगों का मानना इस तरह के भंडारों के आयोजनों से आपसी सद्भाव बढ़ता है

वहीं उनका यह भी तर्क है कि इस प्रकार के भंडारे के आयोजनों से आपसी सद्भाव भी बढ़ता है और आपस में यदि किसी का कोई विरोध भी है तो आज के दिन सामूहिक भागेदारी के चलते दूर हो जाता है। वहीं आज के दिन गोवर्धन पूजा भी की जाती है क्योंकि इस दिन भगवान कृष्ण ने गोवर्धन पर्वत को अपनी उंगली पर उठाकर बृजवासियों की इंद्र के कोप से रक्षा की थी तथा गौ धन के महत्व को बताया था क्योंकि बृजवासियों के जीवन का आधार गाय तथा गोवर्धन पर्वत था।