उचाना में जनसंपर्क अभियान के तहत पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह ने दुष्यंत को बताया झूठा नेता

ख़बरें अभी तक। 21 अक्टूबर को होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर उचाना हलके में निरंतर भाजपा उम्मीदवार प्रेमलता, सांसद बृजेंद्र सिंह के साथ-साथ पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह गांवों में जनसंपर्क अभियान पर है। करसिंधु गांव में जजपा छोड़ कर आए दर्जनों परिवारों को भाजपा में शामिल करवाया। बड़ौदा सहित विभिन्न गांवों के दौरे किए। तीनों नेताओं को मिल रहे गांव में लोगों के जनसमर्थन के चलते भाजपा मुकाबले में आगे निकलती नजर आने लगी है।

गांव में पहुंचने पर ग्रामीण भाजपा नेताओं का जोरदार स्वागत कर भाजपा के पक्ष में मतदान करने का आश्वासन दे रहे है। बीरेंद्र सिंह का उचाना हलके की राजनीति में बड़ा कद है, ऐसे में लोग उनके साथ निरंतर जुड़ रहे है। भाजपा द्वारा हलके के करवाए गए पांच साल के विकास कार्यों से लोग खुश नजर आ रहे है। भाजपा उम्मीदवार एवं निवर्तमान विधायक प्रेमलता को लोग अपना समर्थन दे रहे है। पत्रकार वार्ता में कांग्रेस छोड़ चुके अशोक तंवर द्वारा अलग-अलग पार्टियों को समर्थन देने पर पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा नेता बीरेंद्र सिंह ने कहा कि बेचारा कांग्रेस से दुखी है, जगह कही नहीं मिल रही हाथ-पांव मार रहा है।

राजनीति में ऐसे ही होता जब तक आदमी ठोस जगह पर नहीं जाता तो इसी तरह से लगा रहता है कि ये भी ठीक रहेगा। इसका कोई महत्व नहीं है। वो चाहे जेजेपी के पास जाए चाहे कांडा के पास जाए। मेरा मानना है कि आदमी जब तक राजनीति में स्थाई रूप से लोगों की नजर में नहीं होगा तब तक उसका कोई महत्व नहीं होगा। इसके लक्ष्ण ही ठीक नहीं है कभी कहीं जा रहा है तो कभी कहीं जा रहा है।

दूसरी पार्टियों द्वारा अपने घोषणा पत्र में किए जा रहे वायदों पर पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि चुनावी राजनीति में वायदे करते है लोग। ऐसे वायदे भी कई करते है जो संभव नहीं हो सकते। मैंने पहले भी कहा है कि घोषणा पत्र पर भी कोड ऑफ कंडक्ट लागू होनी चाहिए ताकि इस तरह के वायदे न कर सकें जो पूरे ही ना हो। आप ये कहोंगे कि मैं आसमान से तारे तोड़ कर लाऊंगा और लोग मान जाएंगे कि आप तारे तोड़ कर लाओंगे, इस तरह की राजनीति नहीं होनी चाहिए।

जेजेपी नेता दुष्यंत द्वारा सीएम मनोहर लाल को झूठा कहने पर बीरेंद्र सिंह ने कहा कि सरकार के बहुमत में आने के मैं दो कारण मानता हूं। एक तो उस सरकार की पांच साल की कार्यप्रणाली कैसी रही, उसकी सफलताएं अच्छी रही तो जनता उसके साथ है। 24 अक्टूबर को पता लग जाएगा कि झूठा कौन है, झूठा तो वो है जो उसके साथ दो हजार बच्चे रहते है और वो कहते है आया सीएम आया सीएम, छह महीने में कोई सीएम बनता है क्या। एक तरफ लोगों को बहकावे में रखने के लिए इस तरह की बातें करना भी एक भ्रष्टाचार है। 22 साल तो मुझे हो गए मैं सीएम नहीं बन सका तो दुष्यंत चौटाला छह महीने में कैसे सीएम बन जाएगा।