पर्यटन की दृष्टि से विश्व मानचित्र पर चमकेगा बागासराहन,प्रदेश सरकार की योजना ‘नई राहें नई मंजिलें’ के तहत होगा विकसित

ख़बरें अभी तक: आनी विधानसभा क्षेत्र के विकास खंड निरमंड का ऐतिहासिक पर्यटन स्थल बागासराहन अब जल्द विश्व मानचित्र पर उभरेगा। यहां की हसीन वादियों का दीदार करने विश्व भर से पर्यटक यहां पहुंच सकेंगे। जिसके लिए सरकार पर्यटन विभाग के सौजन्य से यहां तमाम तरह की सुविधाओं क़ो देने के लिए खाका तैयार करने में जुट चुकी है। प्रदेश के खूबसूरत क्षेत्रों क़ो विकसित करने के उद्देश्य से सरकार व पर्यटन विभाग की महत्वाकांक्षी योजना ‘नई राहे नई मंजिलें’ के तहत बागासराहन क़ो शामिल करने के बाद सरकार ने पर्यटन विभाग क़ो विकसित करने की अधिसूचना जारी की है। विभागों का संयुक्त निरीक्षण करने के बाद पर्यटन विभाग ने इस क्षेत्र क़ो डीपीआर बनाने की अधिसूचना भी जारी कर दी है। डीपीआर में बागासराहन में वो तमाम तरह की सुविधाओं से लैस किया जाएगा जिसकी पर्यटकों क़ो मूलभूत आवश्यकता रहती है। पर्यटन की दृष्टि से जल्द इस क्षेत्र का कायाकल्प होने जा रहा है। जिसके बाद न केवल इस क्षेत्र क़ो पर्यटन की दृष्टि से पंख लगेंगे बल्कि क्षेत्र के बेरोजगार युवा भी अपने लिए स्वरोजगार के अवसर सुलभता से तलाश  सकेंगे।

क्या खास है बागासराहन में

बागासराहन क्षेत्र बहुत ऐतिहासिक व पर्यटन की दृष्टि से बेहद खूबसूरत है। यहां पर्यटकों क़ो निहारने के लिए करीब डेढ़ सौ बीघा का समतल मैदान है और जिसके चारों ओर घने देवदार से लदी सुंदर चोटियां विद्यामान है। मैदान के बीचोंबीच सर्प आकार में एक छोटा सा सुंदर व साफ झरना बहता है । जिसकी बहुत धार्मिक मान्यताएं है। कहा जाता है कि पांडवों ने अपने अज्ञातवास का कुछ समय बागासराहन में बिताया था और यहां भीम ने एक ही रात में इस विशाल बागे ”मैदान” का निर्माण किया था। कौरव भी यहां पांडवो क़ो ढूंढते ढूंढते आए थे। कौरवों द्वारा बीजी गई धान की फसल आज भी यहां उगती है। जिसपर यहां के लोगों की विशेष मान्यताएं हैं।

प्रदेश पर्यटन प्रकोष्ठ के कार्यकारिणी सदस्य प्रेम ठाकुर ने कहा कि सरकार द्वारा बागासराहन क़ो ”नई राहें नई मंजिलें ”योजना के तहत विकसित करने का कदम उठाया है। जिसकी विभाग क़ो जल्द  डीपीआर तैयार करने के निर्देश जारी किए गए हैं। उन्होंने इसके लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का आभार प्रकट किया है।