वायुसेना दिवस 2019: आज देश में मनाया जा रहा है 87वां एयरफोर्स दिवस

ख़बरें अभी तक। आज देश वायुसेना दिवस मना रहा है, आज साल 87वां एयरफोर्स दिवस मनाया जा रहा है। वहीं इस मौके पर तीनों सेना के प्रमुखों ने नई दिल्ली के वॉर मेमोरियल पर जाकर जवानों को श्रद्धांजलि दी है। वायुसेना दिवस के अवसर पर गाजियाबाद स्थित हिंडन एयरबेस पर विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। इस दौरान वायुसेना के जवान लड़ाकू विमानों के साथ करबत दिखा रहे हैं। हिंडन एयरफोर्स स्टेशन पर आयोजित एयर शो में पहली बार लड़ाकू हेलीकॉप्टर अपाचे और हैवी लिफ्ट हेलीकॉप्टर चिनूक अपनी ताकत दिखा रहे हैं।

वहीं विंग कमांडर रिटायर्ड अनूप चौहान बताते हैं कि जब दुश्मन हमला करता है तो उसका पहला निशाना एयर फोर्स स्टेशन होते हैं। दुश्मन चाहता है कि वो हमारी हवाई पट्टियों को बम और मिसाइल से उड़ा दे। एयर फोर्स स्टेशन पर खड़े फाइटर एयर क्राफ्ट को उड़ा दे। जिससे कि हमारे फाइटर उड़ान न भर पाएं और हमारा एयर अटैक कमजोर हो जाए। हवाई पट्टी खराब होने के बाद हमारे ट्रांसपोर्ट प्लेन भी न उड़ पाएं और हम अपनी थल सेना को किसी भी तरह की मदद न पहुंचा पाएं।

जब इस तरह का कोई हमला होता है तो हम अपने प्लेन को सुराक्षित करने के लिए उन्हें एक्सप्रेसवे पर बनी रनवे पर पहुंचा देते हैं। उसके बाद उसी रोड रनवे से दुश्मन पर हवाई हमला करने के लिए फाइटर प्लेन को ईंधन और हथियार दिए जाते हैं। वहीं, ट्रांसपोर्ट प्लेन रसद, हथियार और सैनिकों को लेकर रोड रनवे से ही उड़ान भरता है।

इसी बीच वायुसेनाध्यक्ष एयर चीफ मार्शल राकेश कुमार सिंह भदौरिया ने वायुसेना दिवस पर कहा, ‘इस (बालाकोट एयरस्ट्राइक) की रणनीतिक प्रासंगिकता आतंकवादियों को दंडित करने के लिए राजनीतिक नेतृत्व का संकल्प है।’ आतंकवादी हमलों से निपटने के सरकार के तरीके में बदलाव आया है।

पड़ोस का वर्तमान सुरक्षा वातावरण चिंता का गंभीर विषय बना हुआ है। पुलवामा हमला रक्षा प्रतिष्ठानों पर होने वाले लगातार खतरे की याद दिलाता है।’ भदौरिया ने कहा कि, पड़ोस में वर्तमान सुरक्षा वातावरण चिंता का एक गंभीर कारण है। पुलवामा हमला रक्षा प्रतिष्ठानों के लिए लगातार खतरे की याद दिलाता है।