अकाली-भाजपा गठबंधन पर अकाली दल ले सकता है कोई बड़ा फैसला, भाजपा 2 सीट देने पर है अड़ा

अकाली-भाजपा गठबंधन को लेकर भाजपा की ओर से कोई निर्णय न लिए जाने पर शिरोमणि अकाली दल ने अगले पत्ते खोलने शुरु कर दिए है। लोकसभा चुनाव से पहले नरवाना में अकाली नेताओं के साथ मुख्यमंत्री मनोहर लाल की मीटिंग हुई थी.

अकाली नेताओं का दावा है कि उसी वक्त यह तय हुआ था कि विधानसभा मिलकर लड़ा जाएगा। अकाली दल ने बैठक कर प्रत्याशियों की सूची बनाने की बात कहकर भाजपा को हल्की चेतावनी दी थी और सोमवार को हरियाणा की तीस सीटों पर प्रत्याशियों की स्क्रिनिंग पूरी कर दी है। अकाली नेता प्रदेश भाजपा की बजाए सीधे केंद्रीय नेतृत्व से बातचीत कर रहा है।

नेता गृह मंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्‌डा के संपर्क में है। दिन भर केंद्रीय नेतृत्व की ओर से अकाली को दो सीटें दिए जाने की चर्चाओं के बीच अकाली नेताओं की कुरुक्षेत्र में दिन भर मीटिंग चलती रही। अकाली दल दो-तीन दिन में भाजपा की ओर से कोई संकेत न मिलने पर अकेले चुनाव लड़ने का एलान कर सकता है। जिसके अनुसार वह कम से कम तीस सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारेगा। पार्टी के पास जिन तीस विधानसभा सीटों से आवेदन आए हैं, वे सीटें यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, अम्बाला, फतेहाबाद, सिरसा और कैथल से हैं। यानि पंजाब से जड़े जिलों में पार्टी का कुछ वोट बैंक है।