जुलाना में किसान ने अपनी धान की कच्ची फसल काटी

खबरें अभी तक। जुलाना के साथ लगते गांव उगालन में किसान बारिस नहीं होने से इस कदर परेसान है की अब उन्होंने अपनी धान की फसल उखाड़नी शरू कर दी है। किसानों को अपनी फसल की चिंता सता रही है की इतनी महंगी दवाइयां डाल कर ओर तेल फूंक कर फसल में पानी दे रहे थे, लेकिन इतना महंगा तेल नहीं लगा सकते अब अपने ट्यूबलो पर दवाई भी नही पूगा पा रहे। अब इस तरह फसल तैयार करने का कोई फायदा नहीं इस फसल के तैयार होने से फसल में धान की बाली नही आएंगी ।

इससे अच्छा तो अभी इसे समय रहते उखाड़ कर अपने पशुओं को चारा डाल सकते है । कही तो काम आए । जंहा पूरे देश मे बाढ़ आई हुई है वहीं हरियाणा का किसान बारिस में इंतजार में है और अपनी फसलों को बिना पानी के फसल उखाड़नी शरू कर दी है । इस ओर नहीं तो सरकार ध्यान दे रही ओर न ही भगवान इन किसानों की सुन रहा । बर्बादी की कगार पर है किसान।