लक्सर: गन्ना भुगतान की मांग को लेकर किसानों का प्रदर्शन, कार्य समिति के दफ्तर पर जड़ा ताला

ख़बरें अभी तक। लक्सर बकाया गन्ना भुगतान की मांग को लेकर भारतीय किसान संघ के बैनर तले किसानों का धरना छठे दिन भी जारी रही. सोमवार को धरना दे रहे किसानों ने समिति कार्यलय की तालाब्ंदी कर दी. आपको बता दें भारतीय किसान संघ द्वारा दस दिन पूर्व एसडीएम को ज्ञापन देकर बकाया गन्ना भुगतान की मांग की गई थी. 5  दिनों के भीतर मागें ना मानें जाने पर धरना प्रदर्शन की चेतावनी दी गई थी. जिस पर बुधवार को किसान सहकारी गन्ना समिति परिसर में धरने पर बैठ गए.

भारतीय किसान संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष कुशल पाल सिंह का कहना है कि लक्सर शुगर मिल को किसानों का करोड़ों रुपया भुगतान बकाया है लेकिन मिल प्रबंधन किसानों का भुगतान नहीं कर रहा है इससे किसानों को आर्थिक संकट से जूझना पड़ रहा है ऐसे में किसानों के सामने आंदोलन करने के अलावा कोई चारा नहीं बचा है.

उन्होंने बताया कि दस दिन पूर्व संघ द्वारा एसडीएम को ज्ञापन देकर बकाया गन्ना भुगतान की मांग की गई थी. लेकिन इस और कोई ध्यान नहीं दिया गया जिस पर किसान अन्दोलन को मजबुर है. किसानों का कहना है कि लक्सर चीनी मिल द्वारा पराई सत्र 2017 व 2018 के दौरान गन्ने की दो प्रजातियों को रिजेक्ट घोषित कर दिया गया था. पेराई सत्र के बाद मिल प्रबंधन की ओर से शासन द्वारा घोषित गन्ना मूल्य 316 ओर 326 के स्थान पर किसानों को इन दोनों पर जातियों का अलग अलग से 250 वह 239 रुपए प्रति कुंतल की दर से किसानों को भुगतान करने का प्रयास किया गया था. लेकिन किसानों ने शासन से निर्धारित गन्ना मूल्य ही लेने की बात कहते हुए मिल को भुगतान का चेक वापस कर दिया गया था. इसके बाद से ही मिल पर किसानों का 5 .75 करोड़ से अधिक का भुगतान बकाया चला आ रहा है. पिछले पेराई सत्र का भी मिल पर 58 करोड से अधिक भुगतान बकाया है. वहीं कुशल पाल सिंह ने बताया कि उप जिलाधिकारी मौके पर पहुंचे थे. लेकिन मामले का कोई समाधान नही निकला। जिस पर सोमवार को किसानो द्वारा समिति कार्यलय की तालबन्दी कर दी गयी है.