हरियाणा विधानसभा चुनावों के चलते कभी भी आचार संहिता

खबरें अभी तक। हरियाणा विधानसभा चुनावों के लिए अब कुछ ही समय रह गया है और कभी भी आचार संहिता लग सकती है। इसको देखते हुए मुख्यमंत्री द्वारा की गई यूनियन के लिए कई घोषणाएं, जिसमें भारतीय मजदूर संघ प्रतिनिधियों के साथ और उनकी 20 में से 13 मांगे मान ली गई है। जिसके लिए भारतीय मजदूर संघ द्वारा मुख्यमंत्री मनोहर लाल का धन्यवाद किया गया और मांग की गई कि आचार संहिता लगने से पहले सात मांगे मान ली जाएं नहीं तो आने वाली सरकार के खिलाफ आंदोलन का रास्ता इख्तियार किया जाएगा।

भारतीय मजदूर संघ हरियाणा के प्रदेश मंत्री कृष्ण लाल गुज्जर ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल से 4 जनवरी,  20 जुलाई मुख्यमंत्री से मुलाकात हुई थी लेकिन तब केवल आश्वासन दिया गया था मांगो को मानने का लेकिन कल एक मुलाकात मुख्यमंत्री से हुई जिसमें 20 सूत्रीय मांगपत्र थे और 13 मांगे मान ली गई है। इसके लिए मुख्यमंत्री का धन्यवाद करते है और जो 7 मांगे रह गयी है। उसके लिए हम सरकार से मांग करते है कि आचार सहिंता से पहले उन मांगो को मान ले, पुरानी पेंशन,कच्चे कर्मचारियों को पक्का करना,रेगुलर करना, समान काम समान वेतन करना,रोडवेज के अंदर किलोमीटर स्कीम को लागू करना और जो भ्रष्टाचार इसमें पाया गया है उस पर उचित कार्यवाही की जाए। इसके इलावा ग्रामीण सफाई कर्मचारी है, मिड डे मील है आंगनवाड़ी एवेम अन्य मांगों को भी मानी गई।

आज सर्व कर्मचारी संघ की बैठक हरियाणा सरकार के प्रधान सचिव राजीव खुल्लर के साथ है जबकि सभी यूनियन यदि एक साथ होकर सरकार के समक्ष के मांगे रखे तो सरकार पर ज्यादा दबाव बन सकता है इस सवाल के जवाब में कृष्ण लाल गुर्जर ने कहा कि 20 जुलाई को बैठक में बुलाया गया था। जिसमें सब ने अपनी अपनी मांगे रखी थी लेकिन क्यों सर्व कर्मचारी संघ उनके साथ नहीं आ रहा है। इस पर वह कुछ नहीं कह सकता लेकिन अपील करते हैं कि एकता से लड़ाई लड़ते तो सरकार जरूर मांगे लागू करती।