कुल्लू के शमशी में 14वें जनमंच का किया गया आयोजन, वन मंत्री ने की अध्यक्षता

ख़बरें अभी तक: कुल्लू जिला का 14वां जनमंच रविवार को शमशी में आयोजित किया गया। जनमंच की अध्यक्षता वन, परिवहन व युवा सेवाएं एवं खेल मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने की। कुल्लू के विधायक सुंदर सिंह ठाकुर और पूर्व सांसद महेश्वर सिंह भी इस मौके पर मौजूद रहे। जनमंच में कुल 79 ऑनलाइन शिकायतें मंत्री के समक्ष समाधान के लिए प्रस्तुत की गई। जिनमें से 65 का मौके पर निपटारा किया गया। इसके अतिरिक्त 41 शिकायतें लोगों ने परोक्ष तौर पर मंत्री को सौंपी, जिन्हें संबंधित विभागों को तुरंत कारवाई के लिए अग्रेषित किया गया। स्वास्थ्य विभाग द्वारा निःशुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर का भी आयोजन किया गया जहां लगभग 50 लोगों ने अपना स्वास्थ्य परीक्षण करवाया।

मंत्री ने राष्ट्रीय पोषण अभियान में कुल्लू जिला को राज्य स्तरीय पुरस्कार प्राप्त करने के लिए बधाई दी और उपायुक्त, जिला कार्यक्रम अधिकारी तथा संबंधित बालवाड़ी केन्द्रों की कार्यकर्ताओं को सम्मानित किया। अपने सम्बोधन में गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा कि जनमंच प्रदेश में भाजपा की सरकार ने बागडोर संभालने के बाद मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की नई सोच का परिणाम है। इस कार्यक्रम को लोगों का भारी समर्थन मिला है और उन्हें सरकार और प्रशासन से सीधा संवाद करने के लिए एक उपयुक्त मंच मिल रहा है। जनमंच के परिणाम और लोकप्रियता को देखते हुए देश के अन्य राज्य भी इसे अपनाने पर विचार कर रहे हैं।

वन मंत्री ने कहा कि राज्य का कुल 37028 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र वनों के अधीन है। वन आवरण को मौजूदा 27.12 प्रतिशत से बढ़ाकर 37 प्रतिशत करने की दिशा में कार्य किया जा रहा है। 20 फीसदी भू-भाग बर्फ से ढका है अथवा शीतल है जहां वन लगाने की संभावना नहीं है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2018 में तीन दिवसीय पौधरोपण अभियान के दौरान प्रदेश में 17 लाख से अधिक पौधे लगाए गए। इस वर्ष पांच दिवसीय अभियान के दौरान साढे़ 27 लाख पौधों का रोपण किया गया। जीवतंता 69 प्रतिशत है और जंगलों की फेंसिंग का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पहली बार केन्द्र से कैम्पा के अंतर्गत 1660 करोड़ रुपये की राशि प्राप्त हुई है जो वनीकरण कार्यों पर खर्च की जाएगी।

परिवहन मंत्री ने कहा कि यह दुःखद है कि प्रदेश में होने वाली सड़क दुर्घटनाओं में बड़ा जानी नुकसान होता है। उन्होंने कहा कि 96.4 फीसदी दुर्घटनाएं मानवीय भूल से होती हैं। इनमें 90 प्रतिशत दुर्घटनाओं में युवा होते हैं और 90 फीसदी नशे की हालत में होती हैं। उन्होंने कहा कि सड़क सुरक्षा अधिनियम बहुमूल्य जिंदगियां को बचाने के लिए लाया गया है। प्रत्येक व्यक्ति को यातायात नियमों का पालन करना होगा और अपना सहयोग देना होगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश को चालान मुक्त प्रदेश बनाने की कवायद है और इसके लिए एक-एक व्यक्ति का सहयोग अपेक्षित है। उन्होंने कहा कि साधारण से नियम हैं जिनकी पालना करना भी सरल है, सुगम है।