हरियाणा की बेटी शेफाली वर्मा का भारतीय क्रिकेट टीम में हुआ सिलेक्शन

ख़बरें अभी तक। 15 साल की शेफाली वर्मा भारतीय क्रिकेट टीम में सिलेक्ट हुई है। गरीब परिवार से नाता रखने वाली  शेफाली को साउथ अफ्रीका के खिलाफ घरेलू टी 20 इंटरनेशनल सीरीज में सिलेक्शन के लिए भारतीय महिला क्रिकेट टीम में चुना गया है। शेफ़ाली क्रिकेट में सचिन तेंदुलकर को अपना आइकॉन मानती है, बचपन मे सचिन को देखने की जिद्द में उनके पिता ने पुलिस के डंडे तक खाए है। बेटी की कामयाबी पर पूरा परिवार खुश है।

महिलाओं के लिए बीसीसीआई की नेशनल सिलेक्शन कमेटी ने गुरुवार को साउथ अफ्रीका के साथ होने वाली आगामी वनडे और टी 20 इंटरनेशनल सीरीज के लिए टीम का ऐलान किया। जिसमे टी-20 टीम के लिए रोहतक की 15 वर्षीय शेफ़ाली वर्मा का सिलेक्शन हुआ है। बेटी की इस कामयाबी से पूरा परिवार खुश है। शेफ़ाली का कहना है कि मेरी इस कामयाबी के पीछे परिवारक हाथ है।

जिसके चलते ये सब संभव हो पाया। उन्होंने कहा ऐसे माहौल में जहां लड़कियों को स्कूल भेजने में भी घर परिवार कतराते है ऐसे में मुझे बाहर खेलने के लिए भेजा यही स्पॉट मेरे परिवार का रहा है। वहीं रोहतक से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेल चुके जोगिंदर शर्मा को शेफ़ाली जानती तक नहीं, उन्होंने कहा कि कभी जोगिंदर शर्मा का नाम नही सुना।

दूसरी ओर शेफ़ाली के पिता ने कहा कि शेफ़ाली सचिन तेंदुलकर को अपना आईकॉन मानती है। उन्होंने एक किस्सा बताते हुए कहा कि 2013 में सचिन तेंदुलकर रणजी मैच खेलने के लिए रोहतक आए थे और शेफाली ने उन्हें देखने की जिद की तो स्टेडियम की टिकट लेने के लिए लाइन में लगना पड़ा और बढ़ती भीड़ को देखकर पुलिस ने लाठीचार्ज भी किया। शैफाली ने स्टेडियम के अंदर भीड़ देखकर सवाल पूछा था कि क्या मैं भी इस मैदान पर क्रिकेट खेलूंगी और आज वह सपना पूरा हो गया।

उन्होंने कहा कि शेफाली 8 साल की उम्र से ही क्रिकेट खेल रही है और शुरू में वह टेनिस की बॉल से क्रिकेट खेलती थी। वहीं शेफ़ाली की मां ने बताया बेटी की सेहत का पूरा ध्यान रखा जाता है और उन्हें चने और बादाम खाने को दिए जाते हैं। उन्होंने कहा हमने कभी सोचा भी नहीं था कि घर की बेटी इतने बड़े मुकाम तक पहुंच जाएगी इसलिए पूरे परिवार को खुशी है।