बॉडी बनाने की चाह में जिम संचालकों और फूड सप्लीमेंट बेचने वालों का कारोबार अब प्रशासन के निशाने पर

ख़बरें अभी तक। गाजियाबाद: बॉडी बनाने की चाह में जिम संचालकों और फूड सप्लीमेंट बेचने वालों का कारोबार अब प्रशासन के निशाने पर है। बिना किसी चिकित्सकीय सलाह के फूड सप्लीमेंट के नाम पर जहर खिला रहे जिम संचालकों पर अब प्रशासन शिकंजा कसने जा रहा है। जिलाधिकारी ने मामले को गंभीरता से देखते हुए निगरानी के लिए कमेटी गठित कर दी है। साथ ही मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिया है कि वो सभी जिम का सर्वे कर सूची उपलब्ध कराएं। उधर, दवा कारोबारियों को भी दिशा निर्देश दिए गए हैं कि अगर बिना डॉक्टर के पर्चे के किसी भी तरह का फूड सप्लीमेंट बेचा गया तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

डीएम अजय शंकर पांडेय को जानकारी मिली थी कि बड़ी संख्या में जिम संचालक वजन कमकरने व स्लिम दिखने की चाह रखने वाले युवाओं को महंगी दरों पर फूड सप्लीमेंट बताकर कुछ केमिकल बांटे जा रहे हैं। इसमें जहां संचालक मोटी कमाई कर रहे हैं तो वहीं खाने वालों युवाओं की सेहत का साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। इस पर डीएम ने सीएमओ को निर्देश जारी किया है कि वो सभी जिम का सर्वे कराएं। उन्हें एडवाइजरी जारी करें जो एक्सरसाइज, डायट प्लान, वजन कम करने के संबंध में दी जाने वाली दवाओं के संबंध में हो।

जिसमें यह भी बताना होगा कि किसी भी तरह के सप्लीमेंट व दवा के इस्तेमाल से सेहत पर क्या प्रभाव पड़ता है। उस एडवाइजरी जिम के अंदर चस्पा करनी अनिवार्य होगी। जिम में एक्सरसाइज करने वाले युवक व युवतियों को फिजिशियन व डायटीशियन से प्रमाणित डाइट प्लान देना होगा और उसे चस्पा भी किया जाए। औचक निरीक्षण के दौरान अगर निर्धारित दिशा-निर्देशों का पालन नहीं मिलता है तो जिम संचालक पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

चार सदस्यीय कमेटी करेगी निगरानी

निगरानी के लिए एसीएम की अध्यक्ष में समिति गठित की गई है, जिसमें सीएमओ द्वारा नामित एक चिकित्सक, जिला क्रीड़ा अधिकारी और खाद्य सुरक्षा अधिकारी शामिल होगी। कमेटी नियमित तौर पर जिम का निरीक्षण करेगी। इस दौरान जिम के अंदर फूड सप्लीमेंट पकड़े जाते हैं तो उनका सैंपल भी भरा जाएगा। टीम उन दुकानों का भी निरीक्षण करेगी या ग्राहक बनकर दुकानों पर जाएगी जहां पर फूड सप्लीमेंट या जिम में दी जा रही दवाएं बेची जा रही है। अगर दुकानों पर बिना पर्चे के दवा दी गई तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। सप्लीमेंट की जानकारी न होने से शरीर पर इसका दुष्प्रभाव पड़ता है। किडनी, लीवर और हड्डियों को यह खराब कर सकता है। इसके लिए जरूरी है चिकित्सक की सलाह लें।