अंबाला: टीचर्स डे के दिन छात्रा ने गुरुकुल परिसर में किया सुसाइड

ख़बरें अभी तक। टीचर्स डे के दिन अम्बाला के प्रसिद्ध चमन वाटिका गुरुकुल में बाहरवीं की छात्रा ने गुरुकुल परिसर में ही किया सुसाइड साथी छात्रा की नाराजगी से सेह पाने के कारण क्षुब्ध हो कर छात्रा ने खुद को फांसी लगा कर मौत को गले लगा लिया। देर रात हुए इस घटनाकर्म के बाद स्कूल की प्रिंसिपल ने स्टाफ की मदद से छात्रा को नीचे उतारा और उसे तुरंत सरकारी अस्पताल पहुंचाने के बाद पुलिस को सूचना दी।

आज टीचर्स डे है, अंबाला शहर स्तिथ चमनवाटिका गुरुकुल में पड़ने वाले शिक्षकों ने सोचा भी न था की वहां पड़ने वाली छात्रा उन्हें आज के दिन इतना बड़ा सदमा दे जाएगी। बिहार की रहने वाली रुचि कुमार चमन वाटिका गुरुकुल में बाहरवीं की छात्रा थी, देर रात जब गुरुकुल में बने हॉस्टल में छात्राओं की गिनती की गई तो वह, हॉस्टल से नदारद पाई गई।  गुरुकुल परिसर में भगदड़ मच गई और रुचि को खोजना शुरू किया गया। काफी देर तक रुचि को ढूंढ़ने के बाद आखिर में रुचि को गुरुकुल के एक स्टोर रूम में फांसी के फंदे से झूलता पाया गया।

जिसे तुरंत वहां से उतार कर इस आस से अंबाला के सरकारी अस्पताल लाया गया की शायद उसकी जान बचाई जा सके लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी, सरकारी डाक्टरों ने रुचि को मृत घोषित कर दिया। अंबाला पुलिस को जैसे ही इस घटना की सूचना मिली वह भी मौके पर पहुंची, और छात्र के पास से एक सुसाइड नॉट बरामद किया। बहरहाल हाईप्रोफाइल स्कूल से जुड़े इस सुसाइड मामले में पुलिस ने सुसाइड नोट में लिखी तहरीर को मिडिया से सांझा नहीं किया।  पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए अंबाला के नागरिक अस्पताल में रखवा कर आगामी जांच शुरू कर दी है।

बाहरवीं की छात्रा द्वारा सुसाइड के इस मामले में, गुरुकुल की प्रिंसिपल की माने तो छात्रा ने सुसाइड इसलिए किया क्यूंकि उसकी हॉस्टल में रहने वाली किसी छात्रा से गहरी दोस्ती थी, लेकिन बीते कुछ दिन से उन दोनों के बीच किसी बात को लेकर तकरार हो गई, जिसके बाद छात्रा परेशान रहने लगी थी। गुरुकुल प्रबंधन ने इस मामले में छात्रा के परिजनों को अवगत भी करवा दिया थो जो शनिवार को उससे मिलने आने वाले थे।

लेकिन उससे पूर्व ही छात्रा ने मौत को गले लगा लिया। अंबाला के गुरुकुल में छात्रा के सुसाइड की ये खबर वाक्य ही चौंकाने वाली है, साथ ही ये खबर माँ बाप के लिए किसी सबक से भी कम नहीं की अगर आपके बच्चों को किसी भी बात से नाराजगी है तो उसे हलके में न लेकर तुरंत अपने बच्चों की कॉउंसलिंग करें, ताकि वह क्षुब्ध हो कर कोई ऐसा कदम न उठा सकें।