लोहारू में कृषि विज्ञान ने किया कृषि मेले का आयोजन

ख़बरें अभी तक: लोहारू के बहल में कॉरपोरेट कार्य मंत्रालय के सहायक सचिव एवं जलशक्ति अभियान के नोडल अधिकारी स्वप्निल पाटिल ने कहा कि भूमिगत जलस्तर गिरता जा रहा है और अत्यधिक दोहन के कारण यह खत्म होने के कगार पर है। यह एक चिंतनीय व गम्भीर विषय है। उन्होंने कहा कि किसानों को खेती में स्प्रिंकलर और ड्रिप इरिगेशन सिस्टम का प्रयोग करके पानी बचाना होगा और पारम्परिक खेती के साथ-साथ फल-फूल और सब्जियों की व्यापारिक फसलों के प्रति किसानों को प्रेरित करके उनकी आय दुगुनी की जा सकती है।

कृषि विज्ञान केन्द्र के प्रो. वेदप्रकाश लुहाच ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जलशक्ति अभियान की शुरूआत करके देश में पानी बचाने की दिशा में उल्लेखनीय कदम उठाया है। पूरे राष्ट्र में 256 जिलों के 1596 खंड को चिन्हित किया गया है जिसमें से 330 खंड रेड जोन घोषित किए गए हैं। वर्तमान में पर्यावरण के असंतुलन के चलते भारत के 21 महानगरों में पीने के लिए भूमिगत जलस्तर खत्म हो गया है। भारत में विश्व का 2.4 प्रतिशत जमीन का हिस्सा है जबकि जनसंख्या 18प्रतिशत है। इसलिए हमारे देश में स्वच्छ पेयजल की उपलब्धता बहुत कम है। अगर इसी प्रकार से पानी को व्यर्थ में गंवाते रहे तो वर्ष 2040 तक 40 प्रतिशत जनसंख्या के पास पीने का पानी नहीं होगा।