लाल दरवाजा के प्राइमरी स्कूल का कटा बिजली का कनेक्शन, बच्चे परेशान

ख़बरें अभी तक। सरकारी स्कूलों में सुविधाओं की बात करके सरकार एक तरह बेहतर शिक्षा का नारा दे रही है वहीं दूसरी तरफ सरकारी स्कूलों की लापरवाही नन्हे-मुन्ने बच्चों पर भारी पड़ रही है। सोनीपत के लाल दरवाजा स्थित प्राइमरी स्कूल में कुछ ऐसा ही देखने को मिल रहा है जहां बिजली का बिल बकाया होने के चलते बुधवार के स्कूल के बिजली का कनेक्शन काट दिया गया है जिस स्कूल में बच्चों को गर्मी में ना केवल बैठने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है बल्कि बच्चों को पानी तक नसीब नहीं हो रहा है हालात अब इतने बदतर हो चुके हैं कि मिड-डे-मील बनाएं तक के लिए पड़ोसी और आसपास के इलाकों से पानी भरकर मिड डे मील बनाया जा रहा है स्कूल में बिजली पानी नहीं होने के चलते अभिभावकों में रोष है।

वहीं जब मंत्री कविता जैन के संज्ञान में पूरे मामले को लाया तो मंत्री ने जल्द समस्या का समाधान करवाया जाएगा। सरकार भले ही अपने भाषणों में हरियाणा में बेहतर सरकारी स्कूलों की दिशा और दशा का दम भर रही हो, लेकिन उनकी तस्वीर इसके उलट है सोनीपत के सरकारी स्कूल में पिछले कई दिनों से बच्चों को बिजली पानी तक नसीब नहीं हो रहा है दर्द कलर सोनीपत शहर के लाल दरवाजा स्थित राजकीय प्राइमरी स्कूल पर बिजली निगम का लगभग ₹70000 का बिल बकाया था। जिसे शिक्षा विभाग की ओर से भरा नहीं गया।

इस कारण ही बुधवार को बिजली निगम के अधिकारियों ने स्कूल के बिजली के कनेक्शन को काट दिया। अब स्कूल में बिजली नहीं होने के कारण पंखे बंद पड़े हुए हैं तो पानी की व्यवस्था भी नहीं है। इस कारण ही स्कूल में पढ़ने आने वाले बच्चे गर्मी में बेहाल हो रहे हैं उनको पानी तक नसीब नहीं हो रहा है पंखे नहीं चलने से नौनिहाल बेहद परेशान हैं उनका सारा दिन पढ़ाई की बजाय हवा करने में ही बीत रहा है छोटे-छोटे बच्चों ने बताया कि बेहद गर्मी की वजह से वह परेशान है पीने के लिए पानी तक नहीं है और पूरा दिन पढ़ाई की बजाय गर्मी से कैसे निपटा जाए।

वहीं स्कूल की अध्यापिका ने कहा कि बिजली का कनेक्शन कटने की वजह से बिजली नहीं है और बिजली नहीं होने के चलते पानी नहीं है लेकिन पढ़ो से या इधर-उधर से पानी मांग कर बच्चों को दिया जा रहा है। वहीं स्कूल में भी ऑफिस से गई एक महिला कर्मचारी ने बजाए समस्या के समाधान पर बात करने के मीडिया को ही नसीहत दे डाली कि छोटी-छोटी बातों को सनसनी ना बनाएं और यह समस्या इतनी बड़ी नहीं है। जितनी की बनाई जा रही है इस मैडम को बच्चों के इस समस्या से कोई सरोकार नहीं है ना ही बच्चे बिजली और पानी को तरस रही हैं उन से ना केवल उनको परेशानी हो रही है बल्कि उनका स्वास्थ्य भी खराब हो सकता है यह बात शायद इनको छोटी लग रही है। गर्मी से बेहाल बच्चों को परेशान देखा अभिभावक भी चिंता में है और परेशान भी हैं।

अभिभावकों का कहना है कि बिजली पानी नहीं होने से बच्चे परेशान हैं और विभाग है कि बच्चों की सुध नहीं ले रहा है स्कूल में 65 बच्चे पढ़ते हैं जिनके गर्मी में बीमार होने का खतरा मंडराने लगा है वही स्कूल के आसपास रहने वाले लोगों ने बताया कि यह स्कूल काफी समय से राम भरोसे चल रहा है स्कूल में पानी तक की सुविधा नहीं है पड़ोसियों से पानी मांग मांग कर स्कूल के बच्चों का गुजारा चल रहा है बच्चे पानी के लिए पड़ोस में या इधर-उधर भागते हमेशा दिखाई देते हैं उधर इस मामले में जब हमने कैबिनेट मंत्री कविता जैन से बात की तो उन्होंने कहा कि आपने मामला संज्ञान में लाया है हम जल्द से जल्द समस्या का समाधान करवाएंगे