सोनिया लाठर को अर्जुन अवार्ड मिलने से जुलाना क्षेत्र और उनके परिवार में खुशी की लहर

ख़बरें अभी तक: जुलाना में 12वीं तक राजकीय स्कूल में पढ़ी लिखी और कबड्डी तथा कुश्ती से खेल के मैदान में उतरने वाली सोनिया लाठर ने 18 वर्ष की उम्र में मुकेबाजी के रिंग में उतरी। जिसके बाद राष्ट्रीय तथा अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर महिला मुकेबाजी में अहम स्थान बनाया। यहां तक की देश के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर गोल्ड मेडल भी जीता। फिलहाल 58 किलोग्राम भार वर्ग में सोनिया लाठर का लक्ष्य ओलंपिक गोल्ड मेडल जीत देश का नाम रोशन करना है।

सोनिया लाठर के भाई ने कहा है कि हमारी बहन को राष्ट्रपति द्वारा अर्जुन वार्ड से सम्मानित किए जाने पर हमें बहुत ज्यादा खुशी हो रही है और हमें उम्मीद है कि हमारी बहन आने वाले दिनों में भी  भारत को गोल्ड दिलाएगी। वही सोनिया की भाभी का कहना है कि हमारी ननंद सोनिया लाठर ने हमारा ही नहीं हमारे हरियाणा का भी नाम रोशन किया है और लड़कियों को प्रेरणा दे रही है कि लड़कियां किसी भी क्षेत्र में लड़कों से कम नहीं है लड़कियां चाहे तो आसमां को भी छू सकती हैं।