दीपिका के साथ बदतमीजी, थप्पड़ मार कर दिया था जवाब

खबरें अभी तक। पद्मावत’ की रिलीज के बाद दीपिका पादुकोण ने इंडिया टुडे को दिए इंटरव्यू में कई बातें शेयर की हैं. उन्होंने अपने टीनएज के दौरान की एक घटना का जिक्र करते हुए कहा कि जब वो 14-15 साल की थीं, तब एक शख्स को उन्होंने थप्पड़ मारा था.

उन्होंने उस घटना को याद करते हुए कहा- ‘मैं 14 या 15 साल की थी. एक शाम मैं अपने परिवार के साथ सड़क पर चल रही थी. शायद हम किसी रेस्टोरेंट से खा के आ रहे थे. मेरे पापा और मेरी बहन आगे चल रहे थे, मैं अपनी मम्मी के साथ पीछे चल रही थी. तभी एक शख्स ने मेरे साथ बदतमीजी की. उस समय मैं यह सब इग्नोर कर सकती थी, लेकिन मैं पीछे मुड़ी, उस शख्स तक गई, उसका कॉलर पकड़ा और सड़क के बीच में उसे थप्पड़ मार कर वापस आ गई.’

पैरेंट्स का विश्वास बढ़ गया

उन्होंने कहा कि इस घटना के बाद उनके पैरेंट्स का विश्वास उन पर बढ़ गया था. उन्हें समझ आ गया था कि मैं अपना ख्याल रख सकती हूं.

नाक की जगह पैर काट लें

‘पद्मावत’ के कारण उन्हें मिल रही लगातार धमकियों से भी दीपिका डरी नहीं थीं. इंटरव्यू में उन्होंने मजाकिया लहजे में यह भी कहा कि नाक काटने की जगह लोग मेरे पैर ले सकते हैं. दरअसल, करणी सेना ने धमकी दी थी कि अगर ‘पद्मावत’ रिलीज होगी तो वो दीपिका का नाक काट देंगे.

 पद्मावत को रोकने का ख्याल आया था

दीपिका ने बताया कि संजय लीला भंसाली पर हुए हमले के बाद उन्होंने ‘पद्मावत’ प्रोजेक्ट को होल्ड करने के बारे में सोचा था. उन्होंने कहा, जब करणी सेना के लोगों ने जयपुर में सेट पर तोड़फोड़ की थी और भंसाली पर हमला किया था, वह पल बहुत ही झकझोर देने वाला था. मुझे याद है कि उस वक्त मैंने डायरेक्टर भंसाली को कहा था कि हमें फिल्म को कुछ समय के लिए होल्ड कर देना चाहिए, लेकिन उन्होंने कहा कि नहीं हम यह फिल्म करेंगे. यही भंसाली का बेस्ट पार्ट है.

जौहर उस दौर की एक परंपरा है

जौहर पर उठे सवाल को लेकर दीपिका का मानना है कि कुछ लोग भूल जाते हैं कि यह उस सदी की बात है जब जौहर एक परंपरा के तौर लिया जाता था. मेरे लिए फिल्म सिर्फ एक एक्ट है. लेकिन उससे कहीं ज्यादा ये वुमन पावर को सेलिब्रेट करना है. मैंने इस रोल के लिए काफी रिसर्च किया है.