ख़बरें अभी तक: अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा उत्सव को लेकर देव समाज ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। दशहरा उत्सव समिति की ओर से देवी-देवताओं को भेजे गए निमंत्रण पत्र मिल गए हैं। ऐसे में देव समाज ने देवी-देवताओं के मुख मोहरों को सजाने का काम आरंभ कर दिया है। ढालपुर में आठ अक्तूबर से रघुनाथ की अगुवाई में आयोजन होगा। दशहरा उत्सव समिति ने दशहरा के लिए 200 से अधिक देवी-देवताओं का बुलावा भेजा है। जिलावासियों के साथ देव समाज को भी आठ अक्तूबर से शुरू होने वाले दशहरा को लेकर बेसब्री से इंतजार रहता है। देवी-देवताओं के कारकून देवी-देवताओं के मुख मोहरों व ढोल-नगाड़ों की मरम्मत करने में जुट गए हैं।
दशहरा में देवता बिजली महादेव के साथ बाह्य सराज के अधिष्ठाता खुडीजल, टकरासी नाग, ब्यास ऋषि, कोट पझारी, चोतरू नाग, देवता चंभू, सप्त ऋषि, शेष नाग ने दशहरा में आने की हामी भर दी है। भगवान रघुनाथ की अध्यक्षता वाले दशहरा उत्सव में साल दर साल देवी-देवताओं की संख्या में वृद्धि दर्ज की जा रही है। दशहरा पर्व में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए 2009 में 224 देवी-देवता शामिल हुए थे। जिला कारदार संघ के महासचिव नारायण चौहान ने कहा कि दशहरा उत्सव समिति की ओर से भेजे गए निमंत्रण पत्र देवी-देवताओं को मिलने शुरू हो गए हैं। उधर, भगवान रघुनाथ के छड़ीबरदार महेश्वर सिंह ने शिमला में जाकर राज्यपाल कलराज मिश्रा को दशहरा के लिए निमंत्रण दिया है।
किस साल में कितने देवी-देवता आए –
वर्ष देवता
2010 222
2011 228
2012 228
2013 220
2014 226
2015 227
2016 222
2017 240
2018 260