डेंटल सर्जन एसोसिएशन के बाद अब रेगुलर फार्मासिस्ट आंदोलन की राह पर

ख़बरें अभी तक। हरियाणा में डेंटल सर्जन एसोसिएशन के बाद अब रेगुलर फार्मासिस्ट आंदोलन की राह पर है। अपनी मांगो को लेकर प्रदेश के सभी रेगुलर फार्मासिस्ट सोमवार को एक दिन की मास कैसुअल लीव पर रहे। जिस कारण अस्पतालों में आये मरीजों को दवाईयां लेने में परेशानी का सामना करना पड़ा। एसोसिएशन गवर्नमेंट फार्मेसिसट ऑफ हरियाणा के आह्वान पर रेवाड़ी में भी नागरिक अस्पातल सीएचसी और पीएचसी रेगुलर फार्मासिस्ट एक दिन की कैसुअल मास लीव पर चले गए।

रेवाड़ी जिले के सभी फार्मासिस्ट सामान्य अस्पताल के प्रांगण में इकठ्ठा हुए और दोपहर को प्रदर्शन करते हुए लघु सचिवालय पहुंचकर सरकार और स्वास्थ्य मंत्री के नाम जिला उपयुक्त को ज्ञापन सौपा। उन्होंने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। फार्मासिस्टों ने सरकार को चेतावनी दी है कि सरकार जल्द से जल्द उनकी मांगो पर विचार करें नहीं तो वे बड़ा आंदोलन करने और आर-पार की लड़ाई करने से भी पीछे नहीं हटेंगे।

एसोसिएशन के जिला प्रधान अनिल कुमार ने बताया कि फार्मासिस्ट अस्पताल की रीढ़ होते है इससे पहले कभी भी स्ट्राइक पर नहीं आया लेकिन अब सरकार की अनदेखी के कारण ये पिछड़ता जा रहा है। उन्होंने बताया कि यह  की लड़ाई है जिसे लेकर एक साल से अपनी मांगो को लेकर संघर्ष करा रहे है उनकी प्रमुख मांग पेय स्केल 42 सौ ग्रेड पे से बढ़ाकर 46 सौ किया जाए।

दूसरा डिप्टी डायरेक्टर पद जो लम्बे समय से रिक्त पड़ा है उसे भरा जाये तीसरा प्रमोशन चैनल लागू किया जाये चौथा मिनिमम योग्यता बीफार्मा होनी चाहिए समेत पांच सूत्रीय मांगे है। जिन पर सरकार जल्द विचार करें नहीं तो वे आने वाले दिनों में बड़े आंदोलन की राह अख्तियार करेंगे। फ़िलहाल स्टेट बॉडी के निर्णय के बाद लीव बुधवार तक दो दिन के लिए और बढ़ा दी गयी है।