खबरें अभी तक। वर्ष 1947 में अधिकांश सिखों के भारत चले जाने के बाद और आनंद मैरिज एक्ट 1909 के अप्रासंगिक होने के बाद सिख विवाह के लिए शीघ्र एक नया कानून लाया जाएगा। ‘डॉन’ में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान में पहली बार इस तरह का नया कानून लाया जा रहा है। यह कानून […]
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