होडल के कई गांवों में पहुंचा यमुना का पानी, किसानों की हजारों एकड़ फसल हुई बर्बाद

ख़बरें अभी तक। हथनी बैराज से यमुना नदी में छोड़ा गया 8 लाख 27 हजार क्यूसिक पानी अब होडल पहुंच गया है और पिछले गांवों में मचाई तबाही अब होडल के गांवों में भी नजर आने लगी है और होडल के कई गांवों को यमुना ने अपने आगोश में लेने के बाद अब लोगों भय सताने लगा है।

आपको बता दें की होडल के आसपास गांधी नगर फतनगर व चंडीगढ़ नगला को यमुना ने अपने आगोश में ले लिया है और कई गांवों के किनारे पर यमुना का पानी पहुंच गया है। जिससे किसानों की हजारों एकड़ फसल बर्बाद हो चुकी है। यहां के लोगों ने बताया की यमुना का जलस्तर बढ़ता ही जा रहा है। लेकिन प्रशासन का कोई इस और ध्यान नहीं है। केवल खाना पूर्ति करने आए तो थे लेकिन अगर जलस्तर और बढ़ जाता है कोई अप्रिय घटना होती है तो उसका जिम्मेदार कौन होगा।

वहीं एक ग्रामीण महिला ने बताया की यमुना का पानी हमारे गांव के चारों तरफ आ गया है। रास्ता भी नहीं है निकलने के लिए रस्ते में मिटटी तो डाली जा रही है। पर अगर जलस्तर बढ़ता है तो मिटटी बह जाएगी दिन रात अपनी व अपने बच्चो की रखवाली करनी पड़ रही है। पशुओं के लिए चारा भी नहीं रहा महिला ने कहा की प्रशासन आता है और खाना पूर्ति करके चला जाता है।

वहीं जब हमने निकट थाना प्रभारी से बात की तो उन्होंने बताया की हमारी पुलिस टीम राहत कार्य पर लगाई हुई है और 24 घण्टे यमुना किनारे वाले गांवो पर नजर बनाए हुए है।

यमुना न जायजा लेने के बाद हमने पाया की पुलिस तो अपना काम कर रही है। लेकिन अन्य प्रशासन की तरफ से कोई ठोस इंतजामात नहीं किए गए है। शायद किसी बड़े हादसे के बाद ही प्रशासन की नींद खुलेगी।