हरोली का दुलैहड़ बस स्टैंड बना सफेद हाथी, उद्घाटन होने के बाद भी करोड़ों रुपया फांक रहा धूल

ख़बरें अभी तक। हिमाचल प्रदेश के जिला ऊना में एक ऐसा बस स्टैंड है जहाँ ना कोई बस आती है, न ही कोई मुसाफिर और ना ही परिवहन विभाग का कोई कर्मचारी तैनात है। पूर्व की कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में 2 करोड़ 72 लाख रुपये खर्च करके ऊना जिला के हरोली विधानसभा क्षेत्र के गाँव दुलैहड़ में बस स्टैंड का निर्माण किया गया था। इस बस स्टैंड में आज दिन तक क्षेत्र की जनता को कोई लाभ नहीं मिल रहा है।

आपको बता दें कि बस स्टैंड का उद्घाटन दो साल पहले अगस्त 2017 में तत्कालीन मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने किया था। लेकिन सरकार और परिवहन विभाग की अनदेखी के चलते यह बस स्टैंड अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है। दुलैहड़ में बना बस अड्डे का भव्य भवन अब नशेड़ियों और असमाजिक तत्वों का पसंदीदा स्थल बनता जा रहा है। कहने को तो बस स्टैंड में सभी सुविधाएँ मुहैया करवाई गई है लेकिन सुविधाओं का लाभ लोगों को मिलता दिखाई नहीं पड़ता है। स्थानीय लोगों ने सरकार और विभाग से बस स्टैंड को शीघ्र शुरू करने की गुहार लगाई है।

वहीं परिवहन विभाग के क्षेत्रीय प्रबंधक बस स्टैंड चालू न होने के पीछे बस स्टैंड में यात्रियों के ना आने का रोना रो रहे है, जबकि बस स्टैंड के नाम पर वहां सिर्फ भवन खड़ा कर दिया गया है ना ही वहां अड्डा इंचार्ज है और ना ही अन्य स्टाफ। करीब पौने तीन करोड़ का भवन बनाकर उसका जिम्मा एक चौकीदार पर छोड़ दिया गया है। क्षेत्रीय प्रबंधक की माने तो अगर यात्री बस स्टैंड में आना शुरू हो जाये तो वहां स्टाफ मुहैया करवा दिया जायेगा। अब इन महोदय को यह कौन बताये कि अगर बसें ही बस स्टैंड में नहीं जाएगी तो यात्री वहां क्या करेंगे।