डीसीपी विक्रम कपूर आत्महत्या के मामले की गुत्थी सुलझी, हुआ ये बड़ा खुलासा

डीसीपी विक्रम कपूर आत्महत्या के मामले में अब एक और नया खुलासा हुआ है। बताया जा रहा है कि आरोपी निलंबित इंस्पेक्टर अब्दुल शहीद अपने भांजे को केस से निकलवाने के लिए डीसीपी विक्रम कपूर पर दबाव बना रहा था। साथ ही वह अपनी महिला मित्र के पति के द्वारा दी गई दरखास्त पर महिला के हक में कार्यवाही कराने हेतु भी दबाव बना रहा था।

आरोपित ने बताया कि उसने डीसीपी को बोला था कि अगर मेरे भांजे को बाहर नहीं किया और मेरी महिला मित्र की दरखास्त पर कार्यवाही नहीं की तो मैं अपनी महिला मित्र “जो कि मेरे इशारों पर चलती है”उसके साथ मिलकर तुझे झूठे केस में फंसा दूंगा और मैं अपने पत्रकार साथी सतीश से अखबारों में तेरे खिलाफ ऐसी-ऐसी खबर छपवाऊंगा कि तू आत्महत्या करने के लिए मजबूर हो जाएगा।

पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने बताया कि गिरफ्तार एसएचओ महिला मित्र के नाम पर डीसीपी विक्रम कपूर को झूठे केस में फंसाने और अंजाम भुगतने की लगातार धमकी दे रहा था। ऐसा ना करने पर वह अपने पत्रकार दोस्त सतीश के साथ मिलकर फरीदाबाद शहर में बदनाम करने की धमकी दे रहा था।

जिसके चलते परेशान होकर 14 अगस्त को विक्रम कपूर डीसीपी एनआईटी ने खुद को सरकारी आवास पर गोली मारकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली थी। वहीं इस मामले में एसआईटी हेड और एसीपी क्राइम अनिल यादव ने बताया कि इस केस में अभी तफ्तीश जारी है जो भी अन्य तथ्य सामने आएंगे वह भी जल्द अवगत कराए जाएंगे। एफआईआर में नामजद व आरोपित अब्दुल शहीद के पत्रकार दोस्त सतीश की तलाश जारी है जिसको जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।