पतलीकुहल को बाढ़ के खतरे से बचाने के लिए सड़कों पर उतर आए लोग

ख़बरें अभी तक । जिला कुल्लू के मनाली उपमंडल के तहत आने वाले पतलीकुहल को बाढ़ के खतरे से बचाने के लिए लोग सड़कों पर उतर आए। स्थानीय लोगों ने इस दौरान सरकार से पतलीकुहल के साथ लगती व्यास नदी के किनारों पर कंक्रीट की दीवार लगाने की मांग की। वही, दर्जनों लोगों द्वारा सरकार और प्रशाशन के खिलाफ शांति पूर्वक रोष प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन में पतलीकूहल व जटेहड़ बिहाल के लगभग 500 लोगों ने भाग लिया और मांग रखी कि यदि शीघ्र ही कंक्रीट की दीवार का कार्य शुरू नहीं किया जाता तो उग्र प्रदर्शन किया जाएगा। बीते वर्ष बाढ़ आने से पतलीकूहल को काफी नुकसान पुहंचा था। उसके बाद से बड़ाग्रां नाले और ब्यास नदी के पानी का बहाव पतलीकूहल की तरफ आने लगा है। लोगों ने मांग रखी थी कि बड़ाग्रां नाले और ब्यास के पानी से पतलीकूहल को बचाने के लिए कंक्रीट की दीवार का निर्माण किया जाए। वही, अधिकारियों ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करते समय लोगों को दीवार लगाने का आश्वासन दिया था। परन्तु पूरा एक साल गुजरने के बाद भी अभी तक दीवार का निर्माण नहीं हुआ है। बुधवार को बडाग्रा नाले बादल फटने से जब बड़ाग्रां नाले का जलस्तर एकाएक बढ़ गया तो इस नाले का सारा पानी लोगों के घरों में गुस गया और लोगों को पूरी रात या तो जाग कर कटनी पड़ी या फिर दूसरी जगह जा कर अपने रिश्तेदारों के पास जाना पड़ा। लोगों का कहना है कि यदि कंक्रीट की दीवार लगी होती तो उन्हें इस तरह रात को अपने आशियानें नहीं छोड़ने पड़ते। वही, स्थानीय लोगों ने एक बार फिर से सरकार व प्रशासन से मांग रखी है कि जल्द से जल्द नदी के किनारे कंक्रीट की दीवार लगाई जाए। ताकि लोग अपने घरों में आराम से रह सके