वित्त मंत्री अरूण जेटली रच सकते है इतिहास

खबरें अभी तक।लगता है कि वित्त मंत्री अरुण जेटली भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की राह पर चल निकले हैं. मोदी हर बड़े आयोजनों और समारोह में हिंदी में ही भाषण देने को प्राथमिकता देते हैं, अब जेटली भी ऐसा करने वाले हैं.

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, जेटली इस बार बजट अंग्रेजी के बजाए हिंदी में पेश कर सकते हैं. आजाद भारत के इतिहास में अब तक सभी वित्त मंत्रियों ने अंग्रेजी में बजट पेश किए हैं. अगर जेटली हिंदी में बजट पेश करेंगे तो वह देश के पहले वित्त मंत्री होंगे जिन्होंने अपना बजट भाषण हिंदी में पेश किया.

सूत्र बताते हैं कि जेटली के हिंदी में भाषण देने के पीछे की रणनीति यह है कि आम लोग भी बजट के प्रति रुचि लें, खासकर ग्रामीण अंचल में रहने वाले लोग.

वर्तमान मोदी सरकार का यह अंतिम पूर्ण बजट है और इसके जरिए सरकार आम चुनाव से पहले लोगों को लुभाने की कोशिश करेगी. बजट में कृषि एक बेहद अहम हिस्सा होता है और इस बार इस सेक्टर को विशेष तरजीह मिल सकती है.

साथ ही जेटली अगर हिंदी में बजट पेश करते हैं तो आम आदमी भी इसके प्रति रुचि रखेगा, खासकर किसान समुदाय बजट को लेकर अपनी दिलचस्पी बढ़ा सकता है.

हालांकि वित्त मंत्री जेटली विगत के बजट भाषणों में बीच-बीच में कई बार हिंदी में बोलते रहे हैं. अपने पिछले लगातार 3 बजट में वह कई शायरी भी पढ़ चुके हैं.