फरीदाबाद: जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाये जाने पर कश्मीरी पंडितों में खुशी की लहर, कहा हम फिर से हिंदुस्तानी बन गए

ख़बरें अभी तक। जम्मू कश्मीर में सरकार द्वारा धारा 370 और 35A को हटाए जाने के बाद फरीदाबाद में कश्मीर के विस्थापित कश्मीरी पंडितों में खुशी की लहर है। इन कश्मीरी पंडितों ने प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह का दिल से धन्यवाद करते हुए कहां है की सरकार ने अपनी इच्छाशक्ति के बल पर इस धारा को हटाकर अपने ही देश में रिफ्यूजी बने कश्मीरी पंडितों पर बड़ा एहसान किया है। जिसको लेकर वह खुशी से भरे मन से सरकार का धन्यवाद करते नहीं थक रहे।

हमारी कैमरा टीम ने फरीदाबाद में बसे विस्थापित कश्मीरी पंडितों से जब कश्मीर के मुद्दे पर बात की तो खुशी के मारे जहां उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह का धन्यवाद किया। वहीं वह 30 साल पीछे अतीत में चले गए और उन काले दिनों को याद करते हुए बताया की 1990 को वह सब अपना घर बार छोड़कर आए थे क्योंकि वहां पर उन्हें काफिर कहकर कश्मीर छोड़ने को बोला गया और हम अपने ही देश में रिफ्यूजी बन कर रह गए। लेकिन आज सरकार की इच्छाशक्ति के चलते धारा 370 हटा दी गई जिसको लेकर वह सच्चे मायने में आज अपने आप को आजाद समझ रहे हैं और एक बार फिर से वह अब अपने घरों को लौट पाएंगे।

बात करते हुए कश्मीरी पंडित जी रैना ने खौफनाक मंजर को याद करते हुए कहा कि मुझे आज भी 19 जनवरी 1990 की यह रात याद है। जब हमें काफिर कहकर रातों-रात कश्मीर छोड़ कर जाने को कहा गया। आज हम उन लोगों को लानत भेजते हैं। जिन्होंने हमें कश्मीर छोड़ने के लिए कहा था वही कश्मीरी पंडित विमल रैना ने कहा कि जब हमें कश्मीर से निकाला गया तो हम अपने ही देश में रिफ्यूजी बन कर रह गए। लेकिन सरकार ने एक ऐतिहासिक फैसला करते हुए जम्मू कश्मीर को फिर से भारत का अंग बना लिया है यह और यह सब सरकार की इच्छाशक्ति के चलते हुआ है। जबकि पहले यह कहा जा रहा था की धारा 370 नहीं हटा सकती इसी तरह कश्मीरी पंडित विभूषण भट्ट ने अपनी जवानी जात करते हुए कहा कि उस समय वह 25 साल का था। जब हमें कश्मीर छोड़ने के लिए कहा गया था उस समय रात के समय हमारे घरों के ऊपर पत्थर फेंके जाते थे और हम बड़ी मुश्किल से जान बचाकर वहां से निकले इस दौरान हमारे बहुत से भाई बहन अपनी जान गवा चुके थे लेकिन आज हम सरकार के शुक्रगुजार हैं।