शाहपुर: जान जोखिम में डालकर नाला पार करने को मजबूर खेड़ा पंचायत के लोग, कभी भी हो सकता है बड़ा हादसा

ख़बरें अभी तक। हिमाचल प्रदेश में बरसात में सरकार की पोल खोलकर रख दी है। जहां एक तरफ सरकार विकास का रोना रोती है वहीं दूसरी ओर इस बार की बरसात में प्रशासन के उन सभी विकास के दावों को एक किनारे पर रख दिया है। क्योंकि शाहपुर के खेड़ा पंचायत में आज भी लोग अपनी जान को जोखिम में डालकर टायर की ट्यूब को बांधकर एक जुगाड़ बनाया हुआ है। जिस जुगाड़ से वह नाले को पार कर रहे हैं छोटे-छोटे बच्चे स्कूल जाने के लिए भी उसी जुगाड़ का सहारा ले रहे हैं।

हैरानी की बात तो यह है कि यह हल्का शहरी विकास मंत्री प्रवीण चौधरी का है और शहरी विकास मंत्री कब तक इसका विकास करवाई नहीं यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा। फिलहाल लोगों की यही डिमांड है जल्द से जल्द पुल बनाया जाए ताकि कोई हादसा ना हो सके। वहीं दूसरी ओर लगातार यह लोग अपनी जान को किस तरह जोखिम में डालकर पार कर रहे हैं।

जहां एक तरफ मोदी सरकार गांव का विकास करने की बात कर रही है। वहीं कई गांव ऐसे हैं जो मूलभूत सुविधाओं से आते हैं और सरकारी बड़े-बड़े विकास के दावे करती हैं। जयराम सरकार को आए हुए 2 साल हो गए लेकिन इस काम को जोड़ने वाला पुल नहीं बनाया गया। यहां के लोगों ने खुद जुगाड़ बना कर नाले को पार कर रहे हैं, जुगाड़ से अगर कोई नाले में गिर जाता है तो पानी की गहराई इतनी ज्यादा है कि उसको बाहर निकालना मुश्किल हो जाएगा और कहीं न कहीं अपनी जान से हाथ धो बैठेगा। लेकिन बड़े-बड़े वादों को करने वाली सरकार कहीं ना कहीं अब कदम उठाने की जरूरत है लोग यही कहते हैं विकास तो हुआ लेकिन हमारे गांव का विकास नहीं हुआ यह पुल 3 साल पहले टूट गया था। जिसके बाद इसकी मरम्मत की गई नाही पुल बनाने का प्रयास किया गया संबंधित विभागों को भी लिखा गया सरकार तक पहुंचाई गई भी किया गया लेकिन आज तक एक रुपए का काम यहां पर नहीं हुआ है। बच्चे स्कूल जाने के लिए भी जुगाड़ का प्रयोग कर रहे हैं।