हिमाचल में बाहरी राज्यों के लोगों के चयन और नियुक्तियों ने पकड़ा तूल

ख़बरें अभी तक। हिमाचल में तृतीय श्रेणी कर्मचारी भर्ती में प्रदेश से बाहरी राज्यों के लोगों के चयन और नियुक्ति पर बवाल शुरू हो गया है। बाहरी राज्यों के लोगों को क्लर्क की नौकरी देने के मामले ने अब तूल पकड़ लिया है। सचिवालय सेवाएं कर्मचारी संगठन के बाद अब कांग्रेस ने भी मोर्चा खोल दिया है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप राठौर ने बाहरी राज्यों के लोगों की नियुक्तियों पर हैरानी जताते हुए कहा है कि यह पूरी तरह से प्रदेश के पढ़े-लिखे बेरोजगारों के साथ धोखा है। नियुक्तियों में सीधे किसी बड़े भ्रष्टाचार की बू आ रही है, जिसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।

प्रदेश के बेरोजगार युवाओं के हक से किसी भी प्रकार का भेदभाव नहीं किया जाना चाहिए। राठौर ने कहा कि प्रदेश की सरकारी नौकरियों पर केवल प्रदेशवासियों का ही अधिकार होना चाहिए। इस पर प्रदेश के किसी भी बाहरी राज्यों का अतिक्रमण सहन नहीं किया जा सकता। पहले ही प्रदेश में बेरोजगारी का आंकड़ा लाखों में पहुंच गया है। इसलिए इन नौकरियों पर पहला हक प्रदेश के लोगों का है। उन्होंने प्रदेश सचिवालय के कर्मचारियों की चिंता को सही ठहराते हुए कहा है कि सचिवालय में तृतीय श्रेणी में प्रदेश के बाहरी लोगों की सीधी नियुक्ति सही नहीं है।