लोको पायलट की डिलीवरी के बाद मौत, CMO ने बैठाई जांच

खबरें अभी तक। हरियाणा की पहली महिला लोको पायलट रजनी बाली की सोमवार देर रात करीब डेढ़ बजे बेटी को जन्म देने के बाद तबीयत खराब होने से मौत हो गई। रजनी को सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

आरोप है कि परिजनों के कहने के बावजूद अस्पताल स्टाफ ने सिजेरियन डिलीवरी नहीं कराई। मामला स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के संज्ञान में आते ही उन्होंने जांच के आदेश दिए हैं। नवजात बच्ची को अस्पताल में डॉक्टरों की निगरानी में रखा गया है।

अंबाला में असिस्टेंट रेलवे लोको पायलट के पद पर तैनात रजनी बाली (32) को 29 दिसंबर को सिविल अस्पताल में दाखिल कराया गया था। रजनी के पति शिव शक्ति का कहना है कि रेलवे अस्पताल ने सिजेरियन डिलीवरी की सलाह दी थी।

यह बात सिविल अस्पताल के स्टाफ को बताई भी लेकिन उन्होंने नार्मल डिलीवरी पर जोर दिया। एक जनवरी की रात रजनी को प्रसव पीड़ा हुई जो असहनीय हो गई। शिव शक्ति ने बताया कि डॉक्टर और वार्ड के स्टाफ ने उनकी पत्नी के इलाज में पूरा सहयोग किया। रजनी को बचाने के लिए जी जान लगा दी, लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका। उन्होंने किसी के खिलाफ पुलिस में शिकायत देने से इनकार कर दिया। रजनी की एक साढ़े आठ साल की बेटी और है, जो मां की मौत से परेशान है।