DGP केपी सिंह ने किया खुलासा, SC,ST स्कॉलरशिप स्कीम में हुआ घोटाला

डीजीपी विजिलेंस केपी सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर एससी- एसटी पोस्ट मैट्रिक घोटाले को लेकर बड़ी जानकारी दी है।  केपी सिंह ने घोटाले की जानकारी देते हुए कहा कि 2015 से पोस्ट मैट्रिक स्कालरशिप आनलाईन की गई थी। कुछ आधार कार्ड और बैंक अकाऊंट नंबर मैच नहीं हुए। मामले में एफआईआर चंडीगढ़ में हुई तो पाया कई जिलों में इसमें गड़बड़ी हुई है। कुछ शिक्षण संस्थानों ने जो केवल कागज में थे उनको इनरोल  कराया गया।

जबकि कुछ फार्म ऑफलाइन लिए गए थे। जिला स्तर पर ही कुछ लोगों के आधार कार्ड बदले गए। जिन लोगों का आधार कार्ड मैच नहीं किया तो बैंक ने विभाग को बताया था। सोनीपत, रोहतक और झज्जर में 26 करोड़ की स्कॉलरशिप उन लोगों को दी गई जो इसके लायक थे ही नहीं।  उन्होंने कहा कि इस मामले में पहली एफआईआर दर्ज कर ली गई है

अभी कुछ और भी जिले है जहां यह घोटाला अनुमानित है। चुंकि बैंक में पैसा हरियाणा से गया है और हरियाणा के लोगों को ही पैसे मिले है तो हमने सरकार को कहा है कि चंडीगढ़ से एफआईआर वापिस ले ली जाए। सबसे पहले घोटाले की शुरूआत सोनीपत से पता चली थी। एफआईआर  में विभाग के अधिकारी से लेकर शिक्षा संस्थान तक शामिल है। 25 से 30 फीसदी शिक्षा संस्थान और 40 फीसदी स्टूडेंट फर्जी थे। इसी के चलते 2 डिप्टी डॉयरेक्टर स्तर तक के अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।