बंदरों को वर्मिन घोषित करने का नही कोई लाभ,आस्था का कवच बन रहा उत्पाती बंदरों का रक्षक

ख़बरें अभी तक। हिमाचल प्रदेश में उत्पाती बंदरों का आंतक एक बड़ी समस्या है। प्रदेश की राजनाधी शिमला में लोग खासतौर से इस समस्या से जूझ रहें है। जिसके चलते हिमाचल प्रदेश में बंदरों को वर्मिन(मनुष्य के लिए नुकसानदायक) घोषित कर दिया गया है. लेकिन धार्मिक आस्था के चलते लोग इन्हे मारने से कतराते हैं।

प्रदेश के कई ग्रामीण इलाकों में किसानों ने बंदरों के डर और नुकसान के चलते खेती बाड़ी तक छोड़ दी है क्योकि बंदर फसलों का बूरी तरह से नुकसान पहुंचाते हैं। वही शहरों में भी बंदर आए दिन लोगों की परेशानी का सबब बने हुए है। लेकिन उनके मारेगा कौन और कैसे मारेगा,इसपर अभी भी सवाल बना हुआ है।

बंदरों की समस्या पर हिमाचल प्रदेश के सीएम जयराम ठाकुर ने भी चिंता जताई है। सीएम ने कहा कि अपने स्तर पर लोग बेशक इन्हें मार रहे हैं लेकिन कई जगहों पर बंदरों को मारने का विरोध भी हो रहा है। इनको मारने में धार्मिक भावनाएं भी आड़े आ रही हैं। सरकार अधिकारियों के साथ जल्द बैठक कर मामले का कोई समाधान निकालेगी।