हरियाणा: अनाथ बच्चों के पिता का सरकारी नौकरियों में मांगा जा रहा है प्रमाण पत्र

ख़बरें अभी तक: अपनों के ठुकराए और अनाथ आश्रमों में बिना किसी पहचान के रह रहे पढ़े लिखे युवाओं के घाव पर हरियाणा की मनोहर लाल सरकार जले पर नमक छिड़कने का काम कर रही है। क्योंकि अनाथ युवाओं को नौकरी देने के लिए हरियाणा सरकार पिता का मृत्यु जन्म प्रमाण पत्र मांग रही है, साथ ही उनकी जाति का प्रमाण पत्र मांग रही है। हरियाणा सरकार हरियाणा स्टाफ सेलेक्शन कमीशन द्वारा जो भर्ती निकाली जाती है उसमें किसी प्रतिभागी के पिता की मौत के बाद उसे 10 नम्बर या कोटे का लाभ दिया जाता है।

लेकिन हरियाणा के बहुत सारे युवा जिनको उनके परिवार ने पैदा होते ही ठुकरा दिया था और अब हरियाणा सरकार ने भी इन अनाथ युवाओं से अपना मुंह मोड़ लिया है। सरकारी नौकरी में जो फार्म भरे जा रहे है और जो उनकी जाति पूछी जा रही है वो सरकार के रवैये पर बड़ा प्रश्नवाचक चिन्ह लगा रही हैं, क्योंकि किसी भी अनाथ को क्या पता वो किस जाति में जन्मे है और क्या पता उनके पिता जिंदा है या मौत हो चुकी है और सरकार भी इनकी नाथ नही बन पा रही है।

इस मामले में अनाथ युवा राहुल , अमर और सीमा ने इस बाबत मीडिया से खुलकर कर बात कि उन्होंने बताया कि अनाथ युवाओं को नौकरी देने के लिए हरियाणा सरकार पिता का मृत्यु जन्म प्रमाण पत्र मांग रही है। साथ ही उनकी जाति का प्रमाण पत्र मांग रही है। लेकिन हम तो अनाथ है हम अपने पिता की मौत का प्रमाण पत्र कहा से लाएं।  हम तो अनाथ आश्रम में पढ़े लिखे है हम इसकी गुहार हर दरवाजे पर लगा चुके है लेकिन इसका कोई समाधान नहीं हुआ हैं। हम चाहते है कि सरकार हमारी बात सुनें और हमारी समस्या का समाधान करें।