सोलन में सड़क पर उतरे मजदूर, महिलाओं ने प्रबंधन पर लगाए भेदभाव के आरोप

ख़बरें अभी तक। सोलन दूरसंचार उपकरण निर्माता उद्योग के खिलाफ सोलन में कामगारों ने आंदोलन शुरू कर दिया। महिला कामगारों ने उद्योग प्रबंधन पर भेदभाव का आरोप लगाया। इसे लेकर कामगारों ने पूरे शहर में रैली निकाली। सभी श्रमिक पुराना बस अड्डा से माल रोड होते हुए उपायुक्त कार्यालय पहुंचे जहां अखिल भारतीय ट्रेड यूनियन कांग्रेस (एटक) के राज्य अध्यक्ष कामरेड जगदीश भारद्वाज ने सभी श्रमिकों को संबोधित किया।

महासचिव अनूप कुमार शर्मा ने बताया कि कारखाने को एक कंपनी तक ले जाने में सभी श्रमिकों ने परिश्रम किया है। श्रमिकों ने यूनियन के माध्यम से पहले तो प्रबंधक पक्ष को मौखिक व लिखित में सुविधाओं को जारी रखने के लिए कहा।

कारखाने में पिछले दो सप्ताह से भारी पुलिस बल तैनात है जो श्रमिकों के कार्यस्थल के पास तैनात रहते हैं। पुलिस अनावश्यक हस्तक्षेप कर उकसाने के प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि इन दिनों कारखाना से तीन श्रमिकों को निलंबित किया गया है और छह श्रमिकों को आरोप पत्र दिए गए हैं। कई का अन्य तरह से उत्पीड़न किया जा रहा है।

प्रबंधन के खिलाफ उपायुक्त के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेज इस प्रकरण में हस्तक्षेप की मांग की। उद्योग में कार्यरत महिला कामगारों ने बताया कि सभी श्रमिकों का सेवाकाल 25 से 31 वर्ष के बीच है और आयु 45 से 55 वर्ष के बीच है। उन्होंने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर जल्द से जल्द कार्रवाई की मांग की है। उधर, उपायुक्त केसी चमन का कहना है कि मामले की गंभीरता से जांच की जाए।