क्या आपको पता है हॉलीवुड से किस मामले में आगेे है बॉलीवुड

खबरें अभी तक। वैसे तो हॉलिवुड की फिल्में दुनिया भर में फेमस होने के साथ पसंद की जाती है जिसमें भारत भी सीधी टक्कर देता है भारत की कई ऐसी फिल्में है जो दुनिया भर में लोगों को बेहद पसंद भी आई. इसके साथ साथ दुनिया में सबसे ज्यादा फिल्में बनाने की कीर्तिमान भारत के नाम पर है. भारत में 20 से भी ज्यादा भाषाओं में हर साल करीब 1500 से 2000 फिल्में बनाई जाती हैं. इतनी फ़िल्में बनाने के बावजूद भारत की सालाना आय उन देशों से बहुत कम है जो भारत की तुलना में आधी फ़िल्में भी नहीं बना पाते हैं. इस कमी की बहुत सारी वजहें हैं.

एक साल में करीब 1500 फ़िल्में बनाने वाली भारतीय फिल्म इंडस्ट्री की सालाना आय करीब 2.1 अरब डॉलर (13,800 करोड़ रुपये) है. जबकि अमेरिका और कनाडा साल में सिर्फ 700 फिल्में बनाकर भी आय के मामले में भारत से बहुत आगे हैं. आर्थिक रिपोर्ट्स की मानें तो अमेरिका और कनाडा के फिल्म इंडस्ट्री की सालान आय करीब 11 अरब डॉलर है. यह भारत के मुकाबले पांच गुना से ज्यादा है.

भारतीय फिल्म इंडस्ट्री का मुनाफा साल-दर-साल 11.5% बढ़ने की संभावना है. industry lobby PHD Chamber and bed & breakfast accommodations aggregator BnBNation की रिपोर्ट के मुताबिक, मौजूदा रफ़्तार से भारतीय फिल्म इंडस्ट्री 2020 तक 3.7 बिलियन डॉलर (23,800 करोड़ रुपये) का व्यापार बन जाएगी.

भारतीय फिल्म उद्योग को तमाम तरह की चुनौतियों का मुकाबला करना होता है. लाइसेंस, अप्रूवल और सर्टिफिकेशन की प्रक्रिया महत्वपूर्ण है. मसलन एक निर्माता को फिल्म बनाने के लिए 70 अप्रूवल और लाइसेंस की प्रक्रिया में 30 अथॉरिटीज से गुजरना होता है. दूसरी और किसी विदेशी फिल्म निर्माता को भारत में शूट से पहले सूचना और प्रसारण मंत्रालय की मंजूरी लेना जरूरी है. किसी फिल्म के वितरण और उसे दर्शकों तक पहुंचाने में भी तमाम तरह की दिक्कतें हैं, जो एक फिल्म के व्यवसाय पर प्रभावी होती हैं.  फिल्म इंडस्ट्री, केंद्रीय बजट में उन तमाम सहूलियतों की उम्मीद कर रही है जो उसकी जरूरत है.